उदयपुर। राजस्थान राज्य में खनिज क्षेत्रों में निवेश हेतु ‘इन्वेस्ट राजस्थान समिट’ के क्रम में उदयपुर स्थित राजस्थान राज्य खान एवं खनिज लिमिटेड के मुख्यालय पर सोमवार को राज्य स्तरीय ऑनलाइन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
खान एवं भूविज्ञान विभाग, उदयपुर के निदेशक डॉ. के.बी.पण्ड्या ने बताया कि समिट में राज्य में खनन क्षेत्र एवं खनिज आधारित उद्योगों में निवेश करने के इच्छुक प्रधान खनिज के 12, तेल एवं प्राकृतिक गैस के 4 तथा अप्रधान खनिज के 380 निवेशकों के साथ कुल 28 हजार 552 करोड़ रुपये के एमओयू/एलओआई पर हस्ताक्षर किये। समिट में सभी निवेशकर्ताओं ने ऑनलाईन माध्यम से भाग लिया, जिनमें सीमेंट उद्योग में निवेश हेतु 9550 करोड़ रुपये के एमओयू तथा 11050 करोड़ रुपये के एलओआई पर हस्ताक्षर किये गये। खनिज आयरन एवं स्टील उद्योग में 3520 करोड़ रुपये के एमओयू हस्ताक्षर किये गये। ऑयल व प्राकृतिक गैस के 4 निवेशकों के साथ 3038 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। अप्रधान खनिज में निवेश हेतु 955 करोड़ से अधिक के एमओयू तथा 438 करोड़ रुपये से अधिक के एलओआई पर हस्ताक्षर किये गये।
मुख्य निवेशकर्ताओं अडानी इन्फ्रा (इण्डिया) लि. के साथ 5000 करोड़, मैसर्स श्री सीमेंट के साथ 3500 करोड़, जिंदल शॉ. लि. के साथ 2500 करोड़, वंडर सीमेंट लि. के साथ 2100 करोड़, जे.के.सीमेंट लि. के साथ 2000 करोड़, मारवाड सीमेंट लि. के साथ 2000 करोड़, ओरिएंट सीमेंट लि. के साथ 1500 करोड़, नुवोको लि. के साथ 1500 करोड़, उदयपुर सीमेंट के साथ 1250 करोड़, फोकस एनर्जी लि. के साथ 1125 करोड़, ओ.एन.जी.सी.लि. के साथ 1050 करोड़, एसीसीलि के साथ 1050 करोड़ तथा ओजस्वी मार्बल के साथ 1020 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। अप्रधान खनिजों में प्रमुख रूप से खनिज ग्रेनाईट के 115 निवेशकों के साथ 527 करोड़ से अधिक के, खनिज चाईनाक्ले के 103 निवेशकों के साथ 213 करोड़ से अधिक के, खनिज मेसेनरीस्टोन के 61 निवेशकाें के साथ 128 करोड़ से अधिक के तथा खनिज सेंड स्टोन के 23 निवेशकों के साथ 104 करोड़ रुपये के करार पर हस्ताक्षर किये गये।
समारोह में निदेशक पंड्या ने राज्य में खनन क्षेत्रों की स्थिति, संभावनाएं व निवेश के विषय में अपने उद्बोधन में पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रकाश डाला तथा अधिक से अधिक निवेशकों को खनिज क्षेत्रों में निवेश हेतु आह्वान किया। उन्होंने प्रधान खनिज के ब्लॉक की नीलामी तथा अप्रधान खनिज के प्लॉट्स के आवंटन के क्षेत्रो का खुलासा करते हुए आगामी वित्तीय वर्ष में विभाग द्वारा की जा रही नीलामी की कार्ययोजना से भी अवगत कराया। अतिरिक्त निदेशक खान-मुख्यालय महेश माथुर ने आभार जताया।