उदयपुर | उदयपुर-अहमदाबाद अमान परिवर्तन का काम पूरा हुए तीन महीने बीत चुके हैं व उद्घाटन अब तक नहीं होने से जनता का उलाहना झेल रहे राजनेता अब धीरे-धीरे एक्शन में आते हुए दिखाई दे रहे हैं। पिछले दिनों चित्तौड़गढ़ सांसद ने प्रातः काल में खबर प्रकाशित होने के बाद ट्विट किया था तो अब उदयपुर सांसद ने इस मुद्दे पर रेलमंत्री से शीघ्र उद्घाटन करने व समारोह उदयपुर में ही करने की मांग की है। इस बारे में उन्होंने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से भी मुलाकात की है। सांसद ने अपने पत्र में बताया कि अहमदाबाद ब्रोडगेज परिवर्तन पूर्ण एवं रेलवे ट्रैक का कार्य पूर्ण हो चुका है। 14 वर्षों के लम्बे इन्तजार के बाद इस वर्ष जुलाई माह में पूर्ण हुए इस ट्रेक पर रेलगाड़ियों का संचालन का जनता बेसब्री से इन्तजार कर रही हैं। उदयपुर एक पर्यटन नगरी हैं, यहां गुजरात महाराष्ट्र से दीपावली पर बड़ी संख्या में पर्यटक उदयपुर घूमने के लिए आते हैं। उदयपुर शहर एवं इसके आस-पास के गांवों के हजारों की संख्या में लोग गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में काम धन्धे हेतु जाते हैं एवं त्याहारों पर अपने गांव लौटते हैं। इस विषय में अनुरोध है कि उदयपुर-अहमदाबाद मार्ग पर रेलगाड़ी का संचालन दीपावली से पूर्व से पूर्व किया जाता है, तो गुजरात, महाराष्ट्र से आने वाले पर्यटकों एवं उदयपुर से गुजरात, महाराष्ट्र काम पर जाने वाले व्यापारियों,कामगारों को इसका लाभ मिलेगा।
उदयपुर अहमदामार्ग मार्ग पर रेल संचालन उदयपुर रेलवे स्टेशन से किया जाए, इससे जनजाति क्षेत्र में जनता को अच्छा संदेश प्रसारित होगा क्योंकि इस क्षेत्र के लिए रेल संचालन महत्वपूर्ण सौगात है। जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों, विधायकगणों, सांसदगणों की उपस्थिति से जन सामान्य में रेलवे की एक उत्कृष्ट, उत्साहवर्द्धक सेवा का संदेश जाएगा। रेल यात्रीगाड़ियों का संचालन उदयपुर रेलवे स्टेशन की ओर से प्रारम्भ करवाने एवं उद्घाटन समारोह उदयपुर स्टेशन पर ही किये जाने की स्वीकृति प्रदान करावें।
ट्रैवल एजेंसियों का दबाव तो नहीं
इस मसले पर लोगों का साफ कहना है कि नेतागिरी के कारण रेलगाड़ियों का संचालन नहीं किया जा रहा है। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं है कि कौन व कब उद्घाटन करता है व समारोह कहां पर होता है। उनकी मांग तत्काल इस ट्रेक पर रेलगाड़िया चलाने की है। ट्रेक को पूरा हुए तीन महीने बीत जाने पर भी उद्घाटन की तारीख टालना साफ बताता है कि दाल में कुछ काला है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर अभियान भी चल रहा है। जिसमें लोगों का मत है कि ट्रैवल एजेंसियों को दीपावली के सीजन में मुहमांगे दामों पर टिकट बेचकर चांदी कूटने की छूट देने की मंशा के चलते उद्घाटन वहीं किया जा रहा है। यदि ट्रैक पर रेलगाड़ी आ जाएगी तब हर साल की तरह दीपावली सीजन से पहले होने वाला लूट का खुला खेल भी खत्म हो जाएगा।
दूसरे स्टेशनों से उठ सकती है मांग:
उद्घाटन को लेकर चर्चा में है कि गुजरात में चुनावों के चलते वहीं की किसी लोकेशन पर उद्घाटन का कार्यक्रम बनाया जा सकता है ताकि वोटों का गणित बिठाया जा सके। इसके अलावा यदि देरी होती है व बात आचार संहिता तक खिंचती है तो गुजरात से सटी राजस्थान की किसी लोकेशन में उद्घाटन कार्यक्रम हो सकता है। इसके साथ ही डूंगरपुर में भी उद्घाटन की भी
(साभार :दैनिक प्रातःकाल उदयपुर )