फतहनगर। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनो ओर नेषनल हाईवे की खाली पड़ी जमीन का उपयोग मंत्रालय सौर ऊर्जा के लिए करेगा क्या? उक्त बात चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोषी ने प्रष्नकाल के दौरान संबंधित मंत्रालय से पूछी।
सांसद जोषी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने विगत 6-7 वर्षो में पूरे देष में 6 लेन एवं 4 लेन विस्तार का काम किया है एवं नवाचार के रूप में लेकर आगे बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार प्रकट करते हुए पूरक प्रश्न में पुछा कि सौलर एनर्जी को लेकर मंत्रालय क्या विचार करता है। जिस प्रकार रेलवे ने अपनी खाली पड़ी भूमि पर सौलर ऊर्जा के माध्यम से व्यवसायिक उपयोग किया है तो क्या सड़क परिवहन मंत्रालय भी अपनी नेषनल हाइवे की रोड़ साईड खाली पड़ी जमीन पर रोड़ लाईटो एवं व्यवसायिक उपयोग के लिए सौर ऊर्जा के उत्पादन के बारे में विचार कर रहा है क्या ?
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सांसद जोषी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वर्तमान में भी कुछ जगह रोड़ लाईटो के लिए सौलर पेनल लगा कर उपयोग किया जा रहा है। टोल टेक्स, ले बाॅय, ड्राईवर लेन, सर्विस रोड़ आदि जगह रोड़ लाईटो के लिए तो इसका उपयोग किया जा रहा। जहां-जहां रूफ टोप उपलब्घ होगा वहां इसके लिए विचार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नेषनल हाईवे के किनारे दोनो और रोड़ लाईट एवं वृक्षारोपण भविष्य में उस रोड़ को चैड़ा करने के प्रस्ताव को देखकर लगाए जाते है।
सांसद जोषी ने अपना अन्य पूरक प्र१न पूछते हुए कहा कि राजस्थान में भी 6 लेन और 4 लेन पर रोड़ किनारे-किनारे सौलर ऊर्जा के लिए किन्ही रोड़ो का चयन किया गया है क्या? मंत्री गडकरी ने जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान ही नही पूरे भारत मे रोड़ो की वर्तमान एवं भविष्य में विस्तारो के प्रस्ताव को देखते हुए ही यह निर्णय लिया जाता है। गुजरात में अभी विष्व रिकोर्ड बनाते हुए सौलर उर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास हुआ है। एमएसएमई सेक्टर मे 400 हजार करोड़ का विकास हुआ है। विष्व बैक भी सौलर उर्जा के बड़े प्रस्तावो पर बहुत कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध करवा रहा है। मंत्रालय भी सौर उर्जा के उपयोग को लेकर आशावान है।
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