मावली।
उपखंड अधिकारी मयंक मनीष सहित प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कोविड 19 के नियमो की विद्यालयो में पालना को लेकर आकस्मिक निरीक्षण किया जिसमे सात विद्यालयों में पहली से पांचवी तक के बच्चे पाए गए वंही दो स्कूलों में कोविड के दिशा निर्देशों की पालना नही की जा रही थी । इस पर उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित किया गया है, साथ ही राज्य सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार निजी एवं राजकीय विद्यालयों के पांचवी कक्षा तक के बच्चों को नही बुलाया जाना है इसके बावजूद निजी स्कूल बच्चों को बुलाकर नियमो की अवहेलना कर रहे थे।
उपखंड अधिकारी मयंक मनीष ने तहसीलदार रतनलाल कुमावत के साथ उपखंड मुख्यालय के विद्यानिकेतन माध्यमिक विद्यालय, सरस्वती उच्च प्राथमिक विद्यालय, उदयपुर पब्लिक स्कूल एवं गायरियावास स्थित संत ज्ञानेश्वर विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उपखंड अधिकारी ने चारों विद्यालयों के निरीक्षण में कोविड 19 की एडवाइज़री की अवहेलना पाए जाने पर उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
विकास अधिकारी जितेंद्र सिंह चूंडावत ने आसोलिया की मादड़ी स्थित एस आर एम इंटरनेशनल स्कूल,डबोक स्थित आनंद विद्या भारती,चाइल्ड पैराडाइस स्कूल, श्री मन्नारायन स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया जिसमे चाइल्ड पैराडाइस स्कूल में पांचवी तक के बच्चों को बुलाया जा रहा था।
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र चौधरी ने मेड़ता स्थित एल सोल्जर्स स्कूल, डबोक स्थित द टेलेंट एकेडमी व चाइल्ड पैराडाइज स्कूल, खेमली स्थित भामाशाह एकेडमी का आकस्मिक निरीक्षण किया।
सनवाड नायब तहसीलदार डॉ.अभिनव शर्मा ने फतहनगर स्थित गुलाब ग्लोरी सीनियर सेकेंडरी,शिवशक्ति पब्लिक स्कूल, महर्षि दयानंद सीनियर सेकेंडरी व
सनवाड स्थित एस वी एम स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया जिसमे शिवशक्ति पब्लिक स्कूल व एस वी एम स्कूल में पांचवी तक के बच्चे पाए गए।
मुख्य ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र चौधरी ने बताया कि पांचवी तक के बच्चे पाए जाने पर 7 स्कूलो को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है जबकि दो विद्यालयों में कोविड दिशा निर्देशों की अवहेलना पाए जाने पर नोटिस जारी किए गए है। सी बी ई ओ चौधरी ने बताया कि गुलाब ग्लोरी व महर्षि दयानंद स्कूल फतहनगर तथा भामाशाह स्कूल खेमली में कोविड दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा था।