उदयपुर 9 अप्रैल। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा शनिवार को अपने क्षेत्र भ्रमण के तहत जयसमंद पहुंचे । उन्होंने यहां पहाड़ी की चोटी पर बने रूठी रानी के महल और हवा महल का निरीक्षण किया।
कलेक्टर मीणा ने रूठी रानी के महल के क्षतिग्रस्त भागों को देखकर चिंता जताई । उन्होंने कहा कि इन पर्यटन स्थलों के उद्धार के लिए पर्यटन और पुरातत्व विभाग को प्रस्ताव भेजे गए हैं । जल्द ही इसके क्षतिग्रस्त हिस्सों को दुरस्त कर दिया जाएगा । उन्होंने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त भाग से पर्यटकों को दूर रखा जाए ताकि किसी प्रकार का हादसा ना होने पाए । उन्होंने यहां पर साफ-सफाई और पर्यटकों को को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देश दिए। निरीक्षण दौरान उन्होंने यहां मौजूद पर्यटकों और ग्रामीणों से संवाद भी किया ।
कलेक्टर में दोनों पर्यटन स्थलों का तसल्ली से अवलोकन किया और इसके सौंदर्य से अभिभूत होकर कहा कि एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील के किनारे मौजूद यह सांस्कृतिक धरोहर उदयपुर जिले के लिए गौरव की बात है । उन्होंने इस स्थल के पर्यटन दृष्टि से विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी उजागर किया और कहा कि मेवाड़ कांप्लेक्स के अंतर्गत आने वाले सभी पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से पूर्व से ही प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित किए जा चुके हैं।