फतहनगर। अयोध्या में भूमि पूजन के अवसर को यादगार बनाने में ग्रामीण इलाकों के लोग भी पीछे नहीं रहे। ईंटाली के भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर पर भव्य दीपदान का आयोजन किया गया। शोभायात्रा गांव के प्रमुख मार्गों से निकाली गई जिसमें कोरोना महामारी को लेकर दिशा निर्देशों का पालन किया गया। शोभायात्रा के समापन पर 1992 में अयोध्या में इंटाली से जाने वाले कारसेवक पूनमचंद चैधरी का गांव के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा बहुमान किया गया। कार्यक्रम में सभी धर्म प्रेमी ग्रामीण मौजूद थे। इसके बाद भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रांगण में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। प्रभुश्री के समक्ष लड्डुओं का भोग धराया गया। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। हनुमान अखाड़े में भी दीपदान किया गया और अखाड़े तथा लक्ष्मीनारायण मंदिर प्रांगण में 2500 दीपक जलाए गए। लोगों ने अपने घरों पर दीए जलाकर दीवाली मनाई। उत्साह लोगों का ऐसा था कि घरों से लोग दीए लेकर मंदिरों की चैखट पर भी पहुंचे तथा दीयों ने मंदिरों को जगमगा दिया। कमोबेश ऐसे ही नजारे चंगेड़ी,सनवाड़,चोरवड़ी समेत आस पास के गावंों में देखने को मिले। फतहनगर के प्रताप चैराहा पर प्रताप के स्मारक पर लोगों ने एकत्र होकर दीए जलाए एवं प्रभुश्री राम के जयकारे लगाते हुए हर्ष व्यक्त किया।
फतहनगर - सनवाड