उदयपुर. मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के सफल क्रियान्वयन एवं प्रभावी मॉनिटरिंग की समीक्षा हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तर से अधिकारियों को निरीक्षण हेतु भेज कर जिलों में योजना की वस्तुस्थिति को परखा जा रहा है। इस संबंध में उदयपुर के जिला प्रभारी डॉ उमेश खन्ना ने जिले के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।
गौरतलब है की राज्य सरकार द्वारा आमजन को राजकीय अस्पतालों में पूर्णतः निशुल्क उपचार प्रदान करने हेतु निशुल्क जांच, निशुल्क दवा एवं निशुल्क ओपीडी/ओपीडी की योजनाओं को एकीकृत कर मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान नाम दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि योजना की समीक्षा करने राज्य स्तर से पधारे डॉ उमेश खन्ना द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कैलाशपुरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव, जिला अस्पताल सलूंबर एवं पीएचसी जयसमंद का दौरा कर निरीक्षण किया गया जिसमें उन्होंने दवा स्टोर, जांच लैब, अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था, बायो मेडिकल वेस्ट के उचित संधारण इत्यादि का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डॉ खन्ना ने संस्थान प्रभारियों को सभी दवा पक्षियों पर मरीजों के हस्ताक्षर करवाने, मरीज के मोबाइल नंबर लिखने एवं ई ओषधि सॉफ्टवेयर पर दवा पर्चियों का नियमित इंद्राज करने के दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि निशुल्क दवा योजना के अंतर्गत अब 5000 से भी अधिक तरह की दवाइयों को निशुल्क कर दिया गया है। अतः संस्थानों पर सभी तरह की दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए मरीजों को अस्पताल में ही सभी प्रकार की दवाइया उपलब्ध कराए।
उन्होंने मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के सफल संचालन हेतु हर संभव प्रयास करने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान जिला ड्रग वेयरहाउस प्रभारी डॉ मोहन सिंह धाकड़ सहित संस्थान प्रभारी मौजूद रहे।