घर घर औषधि योजना की विशेष समीक्षा
जयपुर। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री सुखराम विश्नोई ने वन अधिकारियों को कहा कि शिकार के हर मामले में शिकारियों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करावे ताकि शिकारियों को उनके जुर्म की सजा मिल सकें।
वन राज्यमंत्री ने शुक्रवार को जोधपुर में संभाग स्तरीय विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने जोधपुर संभाग में वन्य जीवों के शिकार से जुड़े मामलों की कानूनी प्रक्रिया की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
घर-घर औषधि योजना अनूठी पहल
वन राज्यमंत्री ने बैठक में ‘घर घर औषधि योजना‘ की विशेष समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना राजस्थान सरकार की एक विशेष व अनूठी पहल है। उन्होंने योजना में वन विभाग के अधिकारियों से नर्सरी में पौधे तैयारी की स्थिति व वितरण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घर घर औषधि योजना के तहत परिवारों के बीच चार चुनिंदा औषधीय जड़ी बूटियों के पौधे तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ के पौधे उपलब्ध करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल सरकार की ही नहीं, हर घर का अभियान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुसार प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य में सुधार करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश में पायी जाने वाली वनौषधियों एवं औषधीय पौधों का संरक्षण होगा।
वन राज्य मंत्री ने आगामी मानसून की पौधारोपण तैयारियों की भी जानकारी लेते हुए अधिकाधिक पौधारोपण के लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में लूणी विधायक श्री महेन्द्रसिंह विश्नोई ने वन्य जीवों के शिकार की रोकथाम के लिए विशेष सजगता से कार्यवाही की बात कही। उन्होंने राज्य सरकार की घर घर औषधी योजना की सराहना की।
बैठक में मुख्य वन संरक्षक ए आर वी मूर्ति, सी सी एफ हनुमानराम चौधरी, डीएफओ वन्य जीव जोधपुर महेश चौधरी, राजबिहारी मित्तल सहित संभाग के सभी जिला स्तरीय वन अधिकारी उपस्थित थे।