जयपुर, 11 जनवरी। प्रमुख शासन सचिव श्री वैभव गालरिया ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग और टेस्टिंग के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा जांचें होंगी उतना ही जल्दी हम कोविड संक्रमण को नियंत्रित कर सकेंगे।
श्री गालरिया मंगलवार को प्रदेश भर की मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, सीएमएचओ, पीएमओ, माइक्रोबायोलॉजी के नोडल ऑफिसर, ब्लॉक सीएमओ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहे थे। उन्होंने माइक्रोबायोलॉजिस्ट से कहा कि आने वाले दिनों में टेस्टिंग और भी बढ़ सकती है। ऐसे में मैनपावर की कमी नही रहने दें। उन्होंने अधिकारियों को दूरस्थ क्षेत्रों में निरंतर सर्विलांस करने के भी निर्देश दिए।
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि प्रदेश के 532 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट्स में से 473 प्रारंभ हो गए हैं। शेष भी जल्द ही कमीशंड हो जाएंगे। उन्होंने कहा कहा कि 40 हजार ऑक्सीजन कंसनट्रेटर और अन्य उपकरणों से 1050 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता होने लगेगी।
श्री गालरिया ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत प्रदेश भर में औसतन 100 सैंपल प्रतिदिन लिए जा रहे हैं, जोकि बेहतर शुरआत है। उन्होंने सभी अधिकारिओं को सैंपल की रिपोर्ट के बाद चालान पेश कर मिलावटखोरों को दंड दिलाने की कारवाही भी सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारिओं को पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ निरीक्षण करने के निर्देश दिए ताकि मिलावटखोरों में भय बने।
बैठक में विभिन्न आयु वर्ग के वैक्सीनेशन की प्रगति, कोविड 19 के हालात और तैयारी, कोविड की सैंपलिंग, टेस्टिंग और समय पर टेस्ट रिपोर्ट देने, कोविड उपचार में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल की पालना, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन प्लांट्स की मॉक ड्रिल, कोविड के दौरान मृतकों को अनुग्रह सहायता राशि जारी करने, कोविड प्रबंधन में जिला स्तर पर कार्मिकों का प्रशिक्षण, शुद्ध के लिए अभियान, आदर्श सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पहचान व प्रगति, बजट के दौरान स्वीकृत भूमि अवाप्ति सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान एमडी एनएचएम श्रीमती अरुणा राजोरिया, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार, खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री सुनील शर्मा, आरएमएचसीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती अनुपमा जोरवाल, जनस्वास्थ्य निदेशक श्री वीके माथुर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।