उदयपुर। भारतीय नववर्ष पर 2 अप्रैल को उदयपुर में होने वाली विशाल शोभायात्रा में दिगम्बर जैन आचार्य सुनील सागर महाराज का भी सान्निध्य प्राप्त होगा। आचार्य श्री ने सम्पूर्ण भारतवासियों से भारतीय नववर्ष को उत्सव के रूप में मनाए जाने का आह्वान किया है।
भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति की ओर से मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, समिति के संयोजक विष्णु शंकर नागदा ने कानपुर में विराजित दिगम्बर जैन आचार्य सुनील सागर महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया और शोभायात्रा के निमित्त श्रीफल एवं पीले चावल प्रदान कर आचार्यश्री एवं सम्पूर्ण जैन समाज को शोभायात्रा में पधारने का निमंत्रण दिया। आचार्यश्री ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में नवसंवत्सर का महत्व बताते हुए सम्पूर्ण भारतवासियों को इसे उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया। साथ ही, आचार्यश्री ने कहा कि 2 अप्रेल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति द्वारा निकाली जा रही शोभायात्रा में सम्पूर्ण जैन समाज तो उपस्थित रहेगा ही, वे स्वयं भी ससंघ सहभाग करेंगे। इस अवसर पर आचार्यश्री द्वारा श्री सम्मति सागरजी के जीवनवृत्त पर प्राकृत भाषा में लिखी गई पुस्तक ‘महातवस्सी’ का विमोचन क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्द्धन ने किया। इस अवसर पर श्रीवर्द्धन ने नवसंवत्सर का महत्व बताते हुए कहा कि प्रकृति भी नवसंवत्सर पर नया शृंगार करती है। नई कोंपलें खिलती हैं। नवसंवत्सर पर प्रकृति सभी को नई ऊर्जा के साथ नए संकल्पों का बढ़ने का संदेश देती है। उन्होंने सम्पूर्ण जैन समाज से शोभायात्रा में सहभाग करने और विशेष रूप से मातृशक्ति से कलश यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया। इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष शांतिलाल नागदा, महामंत्री राजकुमार चित्तौड़ा, समाजसेवी जिनेन्द्र शास्त्री आदि भी उपस्थित थे।
इसी तरह, आयड़ क्षेत्र में कलश यात्रा को लेकर 200 से अधिक महिलाओं की बैठक हुई जिसमें संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, समिति संयोजक विष्णु शंकर नागदा, महेश भावसार, कपिल चित्तौड़ा, राजकुमार परमार आदि ने अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं से कलश यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया।
माछला मगरा स्कीम सामुदायिक भवन में आयोजित बैठक में संघ के विभाग कार्यवाह पुष्कर लोहार, समाजसेवी रवीन्द्र श्रीमाली, हिम्मत सिंह पंवार, युधिष्ठिर कुमावत, दिनेश भट्ट, विनोद गादिया ने विचार व्यक्त किये और सभी से शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया।समिति के प्रचार सहसंयोजक विकास छाजेड़ ने बताया कि शोभायात्रा में दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा का भी सान्निध्य प्राप्त होगा। शोभायात्रा से पूर्व घर-घर पीले चावल देकर निमंत्रण का क्रम जारी है। 25 मार्च से घर-घर भगवा पताकाओं का भी वितरण शुरू होगा।
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