फतहनगर। कोरोना महामारी के चलते प्रत्येक पंचायत क्षेत्र में निगरानी दलों को लगा रखा है जो कि ना केवल बाहर से आने वाले लोगों का लेखा-जोखा रखते हैं अपितु पॉजिटिव आए लोगों को होम क्वारंटाइन कर उनकी निगरानी करते हैं। इन निगरानी दलों के लिए ब्रीच रिपोर्ट परेशानी का कारण बन कर रह गई है। कई लोगों के अपने स्वयं के फोन नंबर ना होकर परिजनों के नंबर दर्ज होते हैं। मोबाइल लोकेशन बदल बदल कर बताता है। ऐसे में ब्रीच रिपोर्ट में नाम आना तय होता है। रिपोर्ट में नाम आते ही निगरानी दल के लिए परेशानी खड़ी हो जाती है तथा उसे उच्च अधिकारियों को जवाब देना होता है। कई लोगों की शिकायत है कि वह घर से बाहर नहीं निकलते हैं फिर भी उनका नाम इस रिपोर्ट में आ ही जाता है। लोगों को अपने ही मोबाइल नंबर दर्ज करवाने चाहिए ताकि इस परेशानी से बचा जा सके।
एक अन्य समस्या आने वाली रिपोर्ट में नाम पूरे ना होने एवं अधूरा पता होने की आ रही है। रिपोर्ट में नाम आने के बाद निगरानी दल के लोग दूरभाष के जरिए संपर्क करके मरीज का पता लगा रहे हैं। यदि सैंपलिंग के वक्त ही लोगों के पूरे नाम तथा पता ठीक से लिखा जावे तो इस गफलत को दूर किया जा सकता है।