उदयपुर, 15 फरवरी। लोकनायक जयप्रकाश राष्ट्रीय कला एवं संस्कृति प्रतिष्ठान, नई दिल्ली द्वारा भारत रत्न लता मंगेशकर को पाँच दिवसीय ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई। 12 से 16 फरवरी तक चलने वाली इस श्रृंखला में भारत के शीर्षस्थ कलाकारों व साहित्यकारों में ख़्यातनाम कवि व लेखक धु्रव शुक्ल, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, पद्मश्री नलिनी मालिनी, पार्श्वगायिका हेमलता, आध्यात्मिक गुरु स्वामी ओमा, शास्त्रीय गायक अप्रमेय मिश्र, प्रख्यात लेखक यतीन्द्र मिश्र, चित्रकार प्रभाकर कोलटे, शास्त्रीय गायक भुवनेश कोमकली तथा उदयपुर की कलाकार डॉ. भूमिका द्विवेदी ने अपने विचार रख व प्रस्तुतियां दी। लताजी को श्रद्धांजलि के इस मंच पर देश के विभिन्न विधाओं से जुड़े विद्वानों ने उनके जीवन में लता जी के प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष पहलू को अपनी भावांजलि में कई संस्मरणों के माध्यम से व्यक्त किया।
गौरतलब है कि जिस गायन घराने का शिष्यत्व लता जी ने ग्रहण किया उसी भेंडी बाज़ार घराने का प्रतिनिधित्व करने वाली राजस्थान की एकमात्र एवं उदयपुर की ख्यातनाम गायिका डॉ. भूमिका द्विवेदी ने इस मंच पर लता जी की गायकी में भेंडी बाज़ार घराने के अवयवों पर व्याख्यान दिया जो कि श्रोताओं के लिए अत्यंत नवीन जानकारी रही व सराहा गया। उदयपुर की डॉ. भूमिका द्विवेदी, जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में संगीत की सहायक आचार्य हैं तथा भेंडी बाज़ार घराने जैसी दुर्लभ शास्त्रीय गायन विधा की पिछले 10 वर्षों से देशभर में प्रस्तुतियां कर इस गायकी के बारे में लोगों को जागरुक कर रही हैं। भूमिका इस गायकी का निःशुल्क प्रशिक्षण दे शिष्य भी तैयार कर रही हैं। भेंडी बाज़ार गायकी पर देश का प्रथम हिंदीभाषी शोधग्रन्थ डॉ. द्विवेदी द्वारा लिखा गया है तथा इस गायकी को अपने योगदान के लिये वे राज्यसरकार द्वारा सम्मानित भी की जा चुकी हैं।
प्रतिष्ठान के अध्यक्ष डॉ. ज्योतिष जोशी, राष्ट्रीय सचिव प्रो. तिवारी, संयोजक डी. एन. ओझा तथा सचिव अरविंद जी द्वारा इस पाँच दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला को स्ट्रीमयार्ड पर सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया जिसका सोशल मीडिया पर भी लाइव प्रदर्शन किया गया।
उदयपुर