उदयपुर। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग (स्वतंत्र प्रभार), जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग के राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया की अध्यक्षता में शनिवार को पीएचईडी क्षेत्रीय कार्यालय में संभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद तथा उदयपुर के रेग्युलर व परियोजना वृत के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के आरंभ में अतिरिक्त मुख्य अभियंता द्वारा जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत करवाये जा रहे कार्यों व परियोजनाओं की नवीनतम प्रगति से अवगत कराया। राज्यमंत्री बामनिया ने जिलेवार अधीक्षण अभियंता से जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल योजनाओं की स्थिति समीक्षा की और सभी अभियंताओं से आगामी ग्रीष्म ऋतु में पेयजल व्यवस्था को बनाये रखने हेतु आवश्यक तैयारी अभी से शुरू कर देने के निर्देश दिये। उन्होंने विशेष रूप से कपासन, फतहनगर, भीण्डर, कानोड, आदि शहरों तथा अरनोद व दलोट ब्लॉक जिला प्रतापगढ, ब्लॉक सीमलवाड़ा जिला डूंगरपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में गत वर्षों के अनुभव के आधार पर गर्मियों में होने वाले पेयजल किल्लत हेतु अभी से पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए।
अधिकारी नियमित संवाद रखेंः
बैठक में राज्यमंत्री बामनिया ने कहा कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों से नियमित संवाद रखे तथा जन प्रतिनिधियों व उपभोक्ताओं के फोन रिसीव करें तथा समस्याओं बाबत उन्हें विश्वास में लेते हुए अविलम्ब निस्तारण करावें। जल जीवन मिशन के कार्याे की समीक्षा करते हुए मंत्री बामनिया ने प्रोजेक्ट विंग के अधिकारियों से परियोजना वार कार्य पूर्ण होने के समय हेतु कार्ययोजना बना कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बांसवाड़ा तथा प्रतापगढ में पूर्व में निर्मित परियोजनाओं के गांवों में पानी नहीं पहुंचने की शिकायत का एक सप्ताह के भीतर निरीक्षण कर सुधार की कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।