फतहनगर। शनिवार को जलझूलनी एकादशी के अवसर नगर में धूमधाम से राम रेवाड़ी निकाली गयी। कार्यक्रम में ऐतिहासिक जनसैलाब उमड़ा। राम रेवाड़ी के आयोजन को लेकर नगरवासियों में खासा उत्साह देखा गया जिन्होने आज अपना व्यवसाय बंद रख कर इस आयोजन को सफल बनाने में कोई कोर कसर नहीं रखी। अखाड़ा मंदिर से महन्त शिवशंकरदास के सानिध्य में राम रेवाड़ी में सवार हो ठाकुरजी नगर भ्रमण के लिए रवाना हुए। बैंडबाजों के साथ सुसज्जित राम रेवाड़ी को बैलगाड़ी में स्थापित किया गया। युवा श्रद्धालुओं का टोला इस गाड़ी को खींच रहा था। प्रभुश्री के वेवाण के समक्ष बैठे महन्त शिवशंकरदास निरन्तर ठाकुरजी को चंवर डुलाकर सेवा अर्पित कर रहे थे। हिमाड़िया बावजी रोड़ होते हुए राम रेवाड़र द्वारिकाधीश मंदिर पहुंची जहां से द्वारिकाधीश मंदिर की राम रेवाड़ी के साथ प्रभु नगर भ्रमण को निकले। दोनांें ही मंदिरों की राम रेवाड़ियां नया बाजार होते हुए प्रताप चैराहा पहुंची तथा वापसी में मैन चैराहा मंदिर पर आ गयी। जैसे-जैसे राम रेवाड़ी विभिन्न मार्गों से गुजरती गयी श्रद्धालुओं का कांरवा बढ़ता गया तथा पुराने बाजार में पहुंचते-पहुंचते श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बैंडबाजों पर बज रहे प्रभु के भजनों पर थिरकते गाते युवक-युवतियां इस आयोजन को परवान पर ले गए। जगह-जगह न केवत स्वागत द्वार सजे अपितु इस बार लोगों ने खुलकर प्रसाद,फल एवं विभिन्न खाद्य सामग्री का वितरण किया। गुलाल-अबीर के साथ ठाकुरजी को नगर के तालाब पर ले जाया गया जहां पर पानी भरे कड़ाहे में स्नान करवाकर महा आरती की गयी। महिला मण्डल की महिलाओं ने गीतों के जरिए प्रभुश्री को रिझाने का प्रयास किया। प्रसाद वितरण के बाद राम रेवाड़िया अपने-अपने मंदिरों को लौटी। लौटते वक्त भी लोगों ने ठाकुरजी की अगवानी की। राम रेवाड़ी के दौरान थानाधिकारी दुर्गाप्रसाद दाधीच के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता लगा रहा।
कड़ाहे में नहाए ठाकुरजीः यों तो प्रदेशभर में बारिश के चलते लोग परेशान हो गए हैं तथा जलाशय भर चुके हैं लेकिन फतहनगर में पिछले वर्ष के मुकाबले भी इस बार बारिश नहीं होने से नगर का तालाब भी काफी खाली हैं। तालाब का महज पैंदा ढका है। इसमें भी नगर की नालियों का आया गंदा पानी भरा है। पानी अत्यधिक गंदा होने से ठाकुरजी को स्नान करवाने के लिए टैंकर के पानी की व्यवस्था की गयी।
निकटवर्ती लदानी में जलझूलनी एकादशी पर ठाकुर जी के वैवाण शोभायात्रा में हजारों भक्त उमड़े। पारंपरिक वाद्य यंत्र थाली, मादल, ढ़ोल, डीजे के साथ साथ नाचते झूमते शोभायात्रा निकाली गयी। लदानी श्री चारभुजा मंदिर से लदानी तालाब की पाल तक ठाकुर के वेवाणा की शोभायात्रा में बड़े ही उत्साह, उमंग, हर्षोल्लास के साथ ग्रामीणों ने भाग लिया। राम रेवाड़ी में स्नान के बाद पूजन, आरती के पश्चात केला, श्री फल, मिश्री, मावा,सेव आदि का बालभोग चढ़ाया गया। आसमान से पुष्प वर्षा की गयी। शोभायात्रा में डीजे के भजनों के साथ साथ नर-नारी, बाल गोपाल, युवा, सहित उपस्थित सभी भक्तों ने नृत्य किया। गवरी नृत्य के कलाकारों ने भी शोभायात्रा के साथ परंपरागत खेलों के साथ नृत्य किया
इंटाली में जल झूलनी एकादशी पर विभिन्न मंदिरों से ठाकुरजी के वेवाण निकले जो प्रमुख मार्गो से होते हुए फतहनगर रोड स्थित सरोवर पहुंचे जहां पर भगवान को भक्तों द्वारा स्नान एवं आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। बड़ी तादाद में ग्रामीणों ने शिरकत की तथा श्रद्धानुसार श्रीफल,भुट्टे,ककड़ी,केले इत्यादि अर्पित किए। लोगों ने भगवान के दर्शन लाभ लेकर अपने आप को धन्य किया।