Home>>फतहनगर - सनवाड>>बारां जिले में शिक्षिका द्वारा मां सरस्वती के अपमान पर शिक्षक संघ( राष्ट्रीय) उदयपुर ने जताया कड़ा विरोध,अपशब्द एवं मां सरस्वती के विरोध का एक वीडियो वायरल, वीडियो तर्कहीन बुद्धिहीन एवं समाज में दुर्भावना फैलाने वाला, विद्यालय में ही ग्रामीणों एवं बच्चों के सामने विद्या की देवी का घोर अपमान करना कठोर निंदनीयःपुष्पेंद्रसिंह झाला
फतहनगर - सनवाड

बारां जिले में शिक्षिका द्वारा मां सरस्वती के अपमान पर शिक्षक संघ( राष्ट्रीय) उदयपुर ने जताया कड़ा विरोध,अपशब्द एवं मां सरस्वती के विरोध का एक वीडियो वायरल, वीडियो तर्कहीन बुद्धिहीन एवं समाज में दुर्भावना फैलाने वाला, विद्यालय में ही ग्रामीणों एवं बच्चों के सामने विद्या की देवी का घोर अपमान करना कठोर निंदनीयःपुष्पेंद्रसिंह झाला

फतहनगर। गत दिनो 75वे गणतंत्र दिवस पर बसरा जिले के किशनगंज तहसील के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लकड़सई मे शिक्षिका हेमलता द्वारा कार्यक्रम के दौरान मां सरस्वती की पूजा को लेकर मां सरस्वती एवं हिंदूओ के लिए कहे गए अपशब्द एवं मां सरस्वती के विरोध का एक वीडियो वायरल हो रहा है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा उदयपुर एवं प्रदेश पदाधिकारी ने इसे तर्कहीन बुद्धिहीन एवं समाज में दुर्भावना फैलाने वाला बताया है। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश उपाध्यक्ष अभय सिंह राठौड़, उदयपुर जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह झाला, जिला मंत्री वगतलाल शर्मा, जिला सह मंत्री डॉ. हेमंत मेनारिया, कोषाध्यक्ष मंगल कुमार जैन, वंदना शर्मा, मोहन बंजारा, राकेश मेनारिया पूर्व कोषाध्यक्ष,पूर्व जिला अध्यक्ष जसवंत सिंह पवार,जिला संयुक्त मंत्री शैलेश कोठारी,पूर्व संभाग संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह सारंगदेवोत, लीला जाट सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने बैठक कर शिक्षिका द्वारा किए गए इस घटना की कड़ी निंदा की एवं शिक्षा विभाग एवं प्रशासन से संबंधित शिक्षिका के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की गई। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा उदयपुर के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह झाला ने कहा कि विद्यालय में ही ग्रामीणों एवं बच्चों के सामने विद्या की देवी का अपमान करना कठोर निंदनीय है।
शिक्षक संघ का यह मानना है संविधान में प्रभु श्री राम,श्री कृष्ण अन्य सभी महापुरुषों को प्रमुख स्थान दिया गया है और उनके कारण भारत का गौरवशाली इतिहास और संस्कृति रही है। संगठन किसी भी महापुरुष का अपमान नहीं करता है और ना ही किसी को इसकी इजाजत है। लेकिन भारत की आस्था और गौरवशाली संस्कृति मैं जिनकी आत्मा है ऐसे महापुरुष और ऐसी विद्या की देवी सरस्वती का अपमान ग्रामीण जनों एवं बच्चों के सामने करना कठोर निंदनीय है। शिक्षक संघ राष्ट्रीय मांग करता है कि शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जावे और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में भी कोई भी शिक्षक समाज या संगठन किसी भी महापुरुष या देवी देवता का अपमान करने की हिमाकत न करें। यदि विभाग कार्रवाई नहीं करता है प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में यह विषय उठाया जाएगा और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
जिला मीडिया प्रभारी गोपाल मेहता मेनारिया ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह पर वहां पर उपस्थित ग्रामीणों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा मां सरस्वती की तस्वीर लगाये जाने की मांग किए जाने एवं मां सरस्वती को इस प्रकार अपमानित करने का विरोध करने पर भी संबंधित शिक्षिका द्वारा ग्रामीणों के साथ अनुचित व्यवहार किया गया जिससे संपूर्ण शिक्षक समाज की गरिमा को ठेस पहुंची है।

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