फतहनगर। सांदर की चुनकी बाई तीन साल पहले बीमारी से पति की मृत्यु हो जाने से बेसहारा हो गई। मजदूरी कर मुश्किल से अपना पेट भरने वाली चुनकी कोरोना काल में अपने बालको को पालने में असमर्थ होने से लवीना विकास सेवा संस्थान के ओपन शेल्टर होम में पहुंची। वार्डन बंशीलाल के अनुसार नाथू व दरगा दस व ग्यारह वर्ष के बालक है जो बकरियां चराकर व जंगल से लकड़ियां बीन मुश्किल से भरण पोषण करते है। बालक फटेहाल अवस्था में है। संस्थान निदेशक पूर्बिया द्वारा उपखण्ड अधिकारी गोगुन्दा नीलम लखारा से मौखिक आदेश ले बालको को शेल्टर किया। फिर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ध्रुव कुमार कविया से टेलीफोन पर वार्ता कर बालको को शेल्टर होम में प्रवेशित किया। साथ ही एसडीएम नीलम लखारा के आदेश से चुनकी बाई के लिए भी पेंशन व रोजगार के लिए कार्यवाही भी प्रारंभ की गई।