इस साल उदयपुर में नववर्ष का आयोजन ऐतिहासिक बनाने का संकल्प
उदयपुर। भारतीय नवववर्ष इस बार उदयपुर में ऐतिहासिक रूप से मनाए जाने की तैयारियां चल रही हैं। इस बार विक्रम संवत 2078 विदा होगा और विक्रम संवत 2079 का आगमन होगा। एक अप्रैल को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात एकम तिथि पर सूर्य की पहली किरण के साथ भारतीय नववर्ष संवत 2079 का आरंभ हो जाएगा। इस नववर्ष पर इस बार उदयपुर का हर घर शामिल होगा।
नववर्ष से पहले घर-घर नववर्ष की मंगल कामना पहुंचेंगी, साथ ही हर घर पर पीले चावल पहुंचेंगे जो 2 अप्रैल को भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में निकलने वाली विशाल शोभायात्रा में पधारने के न्यौते के स्वरूप होंगे। पीले चावल भारतीय परम्परा में शुभमंगल कार्यों में स्नेह निमंत्रण का प्रतीक माने गए हैं। मंगलकामना पत्रक बांटने और न्योते के रूप में घर-घर पीले चावल का दौर होली के साथ ही शुरू हो जाएगा जो आयोजन तक चलेगा। इसी क्रम में घर-घर केसरिया पताकाएं भी बांटी जाएंगी जो मंगल उत्सव का संकेत देंगी। भारतीय नववर्ष के महत्व को समझाते हुए घरों में माताओं-बहनों से नववर्ष पर रंगोली, अल्पना आदि सजाकर दीप प्रज्वलन का भी आग्रह किया जाएगा।
भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति के तत्वावधान में नववर्ष की मंगलकामनाओं और शोभायात्रा में निमंत्रण के छोटे-बड़े बैनर जगह-जगह लगाना शुरू कर दिया गया है। विभिन्न प्रतिष्ठानों, मठ-मंदिरों, चौराहों सहित ऑटो, वाहनों आदि पर भी भारतीय नववर्ष के मंगलकामना व निमंत्रण बैनर लगाए जा रहे हैं। होली के बाद ही शहर के प्रमुख मंदिरों में सजावट का कार्य भी शुरू किया जाएगा। भारतीय नववर्ष की शोभायात्रा उदयपुर शहर में निकलेगी, लेकिन सम्पूर्ण उदयपुर जिले में भारतीय नववर्ष के तहत विविध मांगलिक आयोजन होंगे।
संतों का आह्वान: ढाणी-ढाणी तक पहुंचे नववर्ष समाजोत्सव
–नववर्ष की शोभायात्रा की तैयारियों के तहत बुधवार दोपहर विश्व हिन्दू परिषद कार्यालय पर संतों की बैठक हुई। बैठक में संतों ने भारतीय नववर्ष के समाजोत्सव को गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक पहुंचाने का आह्वान किया। भारतीय नववर्ष की ऐतिहासिकता और उसके महत्व को ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंचाने की उन्होंने जरूरत बताई। बैठक में शामिल होने वाले संतों में बालाजी निरंजनी अखाड़ा हनुमान मंदिर फतह स्कूल के महंत अमर गिरी, बप्पा सीताराम आश्रम मेलडी माता के महंत वीरम देव, हरिदास जी की मगरी स्थित मंदिर के महंत इंद्रदेव, सर्वेश्वर धाम तितरड़ी के महंत राधिका शरण, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के महंत तन्मय बन, राम द्वारा धोली बावड़ी के महंत दयाराम, लक्ष्मणपुरी गोस्वामी शाामिल थे। नववर्ष कार्यक्रम आयोजन समिति के संयोजक विष्णु शंकर नागदा ने बताया कि बैठक में विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष सुखलाल लोहार, अशोक प्रजापत, अजीत सिंह, अजय सालवी उपस्थित थे। आरंभ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक हेमेन्द्र श्रीमाली, संघ के विभाग प्रचारक आनंद प्रताप ने संतों का स्वागत-अभिनंदन किया।
शहर को बांटा 264 भागों में, देवदर्शन-संतवंदन के साथ शुरू होगा घर-घर अभियान
-हर घर पर पहुंचने के लिए समिति की ओर से शहर को 264 इकाइयों में विभक्त किया गया है। इतनी ही टोलियां भी तैयार कर ली गई हैं। इन टोलियों में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, सेवाभावी संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हैं। विभिन्न समाजों के भी वरिष्ठजन इनमें मार्गदर्शक के रूप में हैं। घर-घर पीले चावल से न्यौते का अभियान 20 मार्च से शुरू होगा। शुभारंभ क्षेत्र के मंदिरों में दर्शन-पूजन के साथ संतों के आशीर्वाद से होगा। मंगलकामना पत्रक में नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ भारतीय नववर्ष के महत्व का भी वर्णन शामिल किया गया है ताकि इसके महत्व को सभी समझें और जब विवाह आदि में हम भारतीय पंचांग का प्रयोग करते हैं, ऐसे में सामान्य कार्यों में भी खुलकर तिथि और संवत का प्रयोग करने के प्रति प्रेरित हों।
बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं युवा, झांकियां सजाने में भी आगे
-भारतीय नववर्ष की विशाल शोभायात्रा की तैयारियों मंे बड़ी संख्या में युवा भी जुड़ रहे हैं। शोभायात्रा में बुलेट दल, झांकियां, भजन टोलियां, मंगल कलश आदि शामिल होंगे। विभिन्न महिला संगठनों के साथ युवा संगठन, महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं भी सहभागिता के लिए आगे आए हैं। गुरु नानक कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने भी शोभायात्रा में राष्ट्रभक्ति का संदेश देने वाली झांकी शामिल करने का निर्णय किया है।
इसी तरह, विभिन्न समाज भी शोभायात्रा में झांकियों सहित विभिन्न व्यवस्थाओं, जलपान, अल्पाहार आदि को लेकर सहभागिता कर रहे हैं। शोभायात्रा में झांकियों की तैयारी को लेकर बुधवार को विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संगठनों की बैठक हुई और समाज को संदेश देने वाली, परम्पराओं को दर्शाने वाले विषयों की झांकियों को सजाने पर चर्चा की गई।
बुलेट दल में शामिल होने के लिए भी वे युवा जिनके पास बुलेट है, आगे आ रहे हैं। युवाओं ने विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से भी नववर्ष के संदेश, महत्व और शोभायात्रा के निमंत्रण का अभियान शुरू कर दिया है।
फागोत्सव में निमंत्रण देने पहुंच रही महिला समिति
-शोभायात्रा में कलश लेकर चलने का आग्रह करने के लिए महिला समिति की सदस्याएं विभिन्न समाजों में महिलाओं द्वारा आयोजित किए जा रहे फागोत्सव में पहुंच कर उन्हें निमंत्रण दे रही हैं। बुधवार को मेनारिया समाज, माहेश्वरी महिला समिति धानमण्डी को शोभायात्रा में कलश लेकर शामिल होने का आग्रह किया गया।
टाउन हॉल से निकलेगी शोभायात्रा, अखाड़ा प्रदर्शन भी होंगे
-भारतीय नववर्ष पर 2 अप्रैल को दोपहर 3 बजे टाउन हॉल से शोभायात्रा शुरू होगी जो सूरजपोल, उदियापोल, बापूबाजार, देहलीगेट, हाथीपोल, चेतक सर्कल होते हुए महाराणा भूपाल स्टेडियम में पहुंचेगी। इस दौरान विभिन्न अखाड़ों के युवा भी जगह-जगह शक्ति प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, वे शोभायात्रा में नहीं रहकर शोभायात्रा मार्ग में निर्धारित जगह पर प्रदर्शन करेंगे। शोभायात्रा के दौरान मार्ग के दोनों ओर रंगोली के लिए भी व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया गया है।
साध्वी ऋतम्भरा का मिलेगा सान्निध्य
-शोभायात्रा में दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा का भी पावन सान्निध्य प्राप्त होगा। वे 2 अप्रैल को उदयपुर पहुंचेंगी और शोभायात्रा की अगुवाई करेंगी।