उदयपुर। लम्पी रोग की रोकथाम के लिए सरकार दिन-रात एक कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शनिवार रात्रि नौ बजे सर्किट हाउस में जिला प्रभारी मंत्री एवं राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने पशुपालन विभाग और कृष विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक बुलाकर लम्पी रोग की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को पंचायत समिति की बैठकों और ग्राम सभाओं में प्रभावी रूप से समस्त जनप्रतिनिधियों, सरपंचों, उप सरपंचों, वार्ड पंचों, किसानों, समाजसेवियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को लम्पी रोग के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। मंत्री जाट ने इससे सम्बंधित पम्पलेट प्रकाशित कर जिलेभर में वितरित करने हेतु निर्देशित किया।
कोरोना के अनुभवों से लें सीख :जाट
मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि हमें इस रोग की रोकथाम के लिए भी कोरोना के अनुभवों से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बीमार पशुओं को आवश्यक रूप से स्वस्थ पशुओं से अलग रखने के निर्देश दिए। बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों और चिकित्सकों से मंत्री को जिले में उठाए जा रहे एहतियातन क़दमों से अवगत कराया और रोग के उपचार के सम्बन्ध में जानकारी दी। मंत्री ने दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
संसाधनों की नहीं आएगी कोई कमी :जाट
मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि इस रोग की रोकथाम के लिए राज्य सरकार जिले को हर संभव संसाधन उपलब्ध कराएगी एवं कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में इस रोग से होने वाली मृत्यु दर मात्र 1 से 2 प्रतिशत है। यह रोग बहुत घातक नहीं है, बस सावधानी की आवश्यकता है।
गांवों में कर रहे गोष्टियाँ
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक ने बताया कि विभाग द्वारा गांवों में गोष्टियाँ कर किसानों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। किसानों को रोग की रोकथाम के उपाय समझाए जा रहे हैं। इसके अलावा विभाग द्वारा निरंतर फिल्ड मोनिटरिंग प्रभावी तौर पर की जा रही है। बैठक में एडीएम ओ पी बुनकर, उप निदेशक पशुपालन शक्ति सिंह, उप निदेशक कृषि सहित पशुपालन और कृषि के अन्य कई अधिकारी मौजूद रहे।