जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों से प्रदेश के ग्रामीण अंचल में छुपी खेल प्रतिभाओं को सामने लाने का कार्य किया जा रहा है। इन खेलों को पूरे राजस्थान में भरपूर सराहना मिली है तथा ये अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रहे हैं। आने वाले समय में ग्रामीण ओलंपिक खेल अन्तर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत के मेडलों की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री रविवार को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक में खिलाड़ियों ने जबरदस्त उत्साह के साथ भागीदारी निभाई है। प्रदेशभर से 30 लाख से अधिक खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया। इनमें से 10 लाख से अधिक महिला खिलाड़ी भी थी। उन्होंने कहा कि इन खेलों से युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को अच्छे मैदान, उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और उत्कृष्ट खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। राजस्थान सरकार खिलाड़ियों के लिए पूरे प्रदेश में ध्यानचंद स्टेडियम का निर्माण कर रही है। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण हेतु विभिन्न जिलों में खेल अकादमी खोली जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेलों के लिए सकारात्मक माहौल बनाने के साथ-साथ आपसी प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और सहयोग का वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से 29 अगस्त से राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई थी। इन खेलों में सभी आयु वर्ग तथा सामाजिक पृष्ठभूमि वाले खिलाड़ियों ने हार और जीत की भावना से ऊपर उठकर भाग लिया है। इससे समाज में खेलों के प्रति रूझाने के साथ-साथ सामाजिक समरसता भी बढ़ी है।
युवाओं, छात्रों और खिलाड़ियों को समर्पित होगा अगला बजट
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। पदक विजेताओं के लिए सरकारी नौकरियों में 2 प्रतिशत पद आरक्षित किए गए हैं। खिलाड़ियों को ‘आउट ऑफ टर्न’ नियुक्तियां दी जा रही है। अन्तर्राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि बढ़ाकर 3 करोड़ रूपए तक कर दी गई है। खिलाड़ियों को अच्छे प्रशिक्षक उपलब्ध कराने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाला बजट युवाओं, छात्रों और खिलाड़ियों को समर्पित होगा। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को आगामी बजट हेतु अपने सुझाव भेजने के लिए भी आमंत्रित किया।
अगले साल 26 जनवरी से आयोजित होंगे शहरी ओलंपिक खेल
श्री गहलोत ने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों की तर्ज पर शहरी ओलंपिक खेल भी शुरू होने जा रहे है। अगले साल 26 जनवरी सेे शहरी ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्रामीण अंचल में ओलंपिक खेलों ने आमजन की उत्साहपूर्वक भागीदारी से बेमिसाल कामयाबी हासिल की है। खिलाड़ियों में शानदार जज्बा देखने को मिला है। खिलाड़ियों का ये उत्साह और जज्बा आने वाले समय में प्रदेश को खेलों में आगे लेकर जाएगा।
1 लाख विद्यार्थियों को मिलेंगे टैबलेट्स
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इसी क्रम में पूर्व कार्यकाल में प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए गए थे। इस योजना को पुनः शुरू करते हुए 8वीं, 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले 93000 विद्यार्थियों को इस वर्ष स्मार्ट टैबलेट्स दिए जाएंगे। इनमें 3 साल की निःशुल्क इंटरनेट कनेक्टीविटी भी होगी। इससे विद्यार्थी को पढ़ाई में सुगमता होगी तथा विभिन्न प्रकार की उपयोगी जानकारियां घर बैठे प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस कदम से विद्यार्थियों को आईटी से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है, ताकि आधुनिक दौर में हमारे युवा किसी से पीछे ना रहे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इन खिलाड़ियों में श्री देवेन्द्र झांझड़िया, सुश्री अवनी लेखरा, श्री सुंदर सिंह गुर्जर, श्री कृष्णा नागर, श्री दीपक हुड्डा, श्री मुकेश चौधरी, सुश्री कविता सिहाग, श्री अभिनव शर्मा, सुश्री जान्हवी मेहरा, श्री अनुज कुमार, सुश्री वर्षा जाखड़, श्री शुभम गौरा, सुश्री नितिका बंसल, श्री बलवंत सिंह, श्री सुमित पूनियां और श्री नीरज शामिल थे।
इससे पूर्व श्री गहलोत ने एसएमएस स्टेडियम के पेवेलियन में लगे ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन को दर्शाते हस्तनिर्मित चित्रों का अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राजस्थान के सभी जिलों से आयी टीमों के मार्च-पास्ट की सलामी भी ली। मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की मशाल को खिलाड़ियों को थमाकर खेलों का विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं प्रेषित की तथा उनसे मिलकर उनका उत्साहवद्र्धन किया। इस मौके पर श्री गहलोत ने नागौर और जालोर की टीमों के बीच आयोजित कबड्डी मैच सीटी बजाकर शुरू करवाया तथा मैच में रैफरी की भूमिका निभाई। इससे पूर्व श्री गहलोत ने राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का अवलोकन किया। कार्यक्रम में राजस्थान के विभिन्न अंचलों के साथ-साथ अन्य राज्यों से आये कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी।
खेल मंत्री श्री अशोक चांदना ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र में आमजन के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। खेल के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों की पूरे देश में चर्चा हो रही है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में पदक लाने वाले खिलाड़ियों को नौकरी देने का कार्य सरकार कर रही है।
राजस्थान क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा पूनियां ने कहा कि युवा पीढ़ी को खेल के मैदानों तक लाने में ग्रामीण ओलंपिक खेलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अपनी नीतियों से राज्य सरकार ने खिलाड़ियों तथा प्रशिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने का कार्य किया है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास, उप मुख्य सचेतक श्री महेन्द्र चौधरी, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, महापौर जयपुर ग्रेटर श्रीमती शील धाभाई, आरसीए अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत, राजस्थान क्रीडा परिषद के उपाध्यक्ष श्री सतवीर चौधरी, विधायक श्री विजयपाल मिर्धा, श्री सुदर्शन सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे।
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