राजसमंद के देवगढ़ में पुजारी को जिंदा जलाने पर भाजपा ने की कड़ी निन्दा
उदयपुर 21 नवंबर : राजसमंद के देवगढ़ में 75 वर्षीय पुजारी नवरत्न लाल और उसकी पत्नी को भूमि विवाद के चलते जिंदा जला देने की घटना पर भाजपा उदयपुर देहात ने कड़ी निन्दा करते हुए कांग्रेस की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है ।
भाजपा देहात जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने घटना पर आक्रोश प्रकट करते हुए कहा है कि राज्य में पुजारी,संत,महंत सुरक्षित नहीं हे।मंदिर की जमीनों पर कब्जे हो रहे है,पुजारियों ,संतो पर हमले हो रहे है राज्य में कांग्रेस के रूप में अधर्म का राज है।राजस्थान अपराधियों की शरण स्थली बन गया है।
चौहान ने कहा की विगत एक वर्ष में उदयपुर में भी पुलिस और इंटलीजेंस फेल्योर के चलते कन्हैया लाल हत्याकांड,ओडा ब्लास्ट और आए दिन होने वाली लूटपाट ,गेंगवार आदि की घटनाओं ने भी शांत नगरी उदयपुर को अपराध स्थल के रूप में नक्शे पर चिन्हित कर दिया है
भाजपा प्रशिक्षण एवं विस्तारक अभियान उदयपुर संभाग प्रभारी चंद्रशेखर जोशी ने कहा पहले करोली में बाबू लाल वैष्णव ,दोसा के महुआ में शंभु,भरतपुर के डीग में विजयदास महाराज का अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह और जयपुर में पुजारी के आत्मदाह के बाद अब राजसमंद में पुजारी पर पेट्रोल बमों से जिंदा जलाने की लोमहर्षक घटना गहलोत शासन के कुशासन को बया कर रही है।
राजस्थान में कानून व्यवस्था गहलोत सरकार की प्राथमिकता नही हे ,उन्हें कानून व्यवस्था से कोई सरोकार नहीं है, मुख्यमंत्री की प्राथमिकता उनकी कुर्सी बची रहे यही रही है इन चार सालों में ।
जोशी ने कहा की यह राजस्थान का दुर्भाग्य है कि अशोक गहलोत ईस राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री रहे है।