उदयपुर। राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा)की जिला इकाई-उदयपुर के संस्था प्रधानों ने शुक्रवार को आयोजित प्रदेश स्तरीय न्याय रैली व धरने में भाग लिया। संगठन द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर प्रधानाचार्य पदोन्नति के स्थाई समाधान के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर लीनियर चैनल लागू करने की मांग की एवं तब तक अनुपात यथावत 67: 33 ही रखे जाने की मांग की । प्रदेश व्यापी धरने में 33 जिलों से हजारों शिक्षा अधिकारियों ने भाग लिया जिनमें बड़ी संख्या में महिला शिक्षा अधिकारी भी शामिल थी।
जिला अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र टाक ने बताया कि एक संगठन विशेष द्वारा स्कूल व्याख्याता व प्रधानाध्यापक से प्रधानाचार्य पदोन्नति में अनुपात 80 : 20 करने हेतु सरकार व विभाग पर अनुचित और अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है जिससे रेसा किसी भी हाल में नहीं होने देगा।
स्कूल व्याख्याता (लेवल 12/ ग्रेड पे 4800) की सीधे प्रधानाचार्य (लेवल 16 /ग्रेड पे 6600) पद पर पदोन्नति से सरकार पर अनावश्यक आर्थिक भार पड़ता है। अतः व्याख्याताओं को उपप्रधानाचार्य ( प्रधानाध्यापक समकक्ष) पर पदोन्नत कर लीनियर चैनल लागू किया जाए।
प्रदेश स्तरीय रैली बताना कार्यक्रम में उदयपुर जिले का प्रतिनिधित्व डॉ. नरेंद्र टाक (जिलाध्यक्ष) मुकेश पंड्या (जिला सचिव) यशवंत शर्मा (प्रदेश प्रतिनिधि), राजेश गहलोत ,राजीव सुखवाल, वेंकटेश्वरी पानेरी (कोषाध्यक्ष) सहित 15 सदस्यीय दल ने भाग लिया।