जयपुर। शिक्षा विभागीय मंत्रालयिक एवं सहायक कर्मचारियों का 30वां राज्य स्तरीय सम्मान समारोह शनिवार को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि सेवा ही शिक्षा विभाग का कर्म, धर्म और ईमान है। यह शिक्षा की ज्योति आलोकित करने वाला विभाग है। राज्य सरकार सभी कार्मिकों के हितों का ध्यान रख रही है। कार्मिक भी पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि आज का समय डिजिटल युग है। इसका अधिक से अधिक उपयोग करते हुए सकारात्मक सोच के साथ कार्यों को प्राथमिकता से निस्तारित करें। उन्होंने मंत्रालयिक कर्मचारियों को विभाग की रीढ़ बताया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए गए हैं। इससे अंग्रेजी शिक्षा की क्रांति आई है। मुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को पेश किए गए बजट में भी नए स्कूलों खोलने की घोषणा की है। इससे गरीब और आम बच्चा अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने लगा है। मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत अब सप्ताह में 5 दिन बच्चों को दूध दिया जाएगा। सरकार द्वारा स्कूली बच्चों को पोशाक निःशुल्क दी जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि निदेशालय को सुदृढ़ बनाने के प्रयास सतत रूप से किए जा रहे हैं। उन्होंने शनिवार को स्कूलों में आयोजित होने वाले नो बेग डे का अधिकाधिक उपयोग बच्चों के मानसिक और चारित्रिक विकास में करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के अनुसार समस्त कार्मिकों को समयबद्ध पदोन्नति का लाभ दिया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा 12 अगस्त को देशभक्ति गीत और 2 अक्टूबर को सर्व धर्म प्रार्थना का सामूहिक गायन करके विश्व कीर्तिमान बनाया। वहीं 19 नवंबर को प्रदेश के 56 हजार स्कूलों में चेस इन स्कूल कार्यक्रम की शुरुआत हुई। रोहट में आयोजित राष्ट्रीय जंबूरी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में भी प्रदेश ने विशिष्ट उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को शिक्षा के क्षेत्र में देश में पहले पायदान पर लाने की भावना से कार्य किया जाए।
शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने कहा कि विभाग में एक लाख भर्तियां अंतिम चरण में हैं। वहीं 20 हजार नए पदों पर भर्ती की अभ्यर्थना भेजी गई है। उन्होंने कहा कि आने वाला दशक डिजिटल शिक्षा और अंग्रेजी माध्यम शिक्षा का है। विभाग द्वारा इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं।
इससे पहले शिक्षा मंत्री ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रदेश के 39 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और 11 हजार का चेक प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।