जयपुर। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री दिनेश कुमार ने निर्देश दिए कि राज्य में सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत चल रही विभि बसन्न गतिविधियों के आवंटित लक्ष्यों की पूर्ति एवं मॉनिटरिंग में स्थानीय विधायकों को भी जोड़ा जाए। इससे सूक्ष्म सिंचाई योजना की जानकारी दूरदराज के काश्तकारों को भी प्राप्त हो सकेगी। श्री दिनेश कुमार बुधवार को स्थानीय पंत कृषि भवन में उद्यान विभाग के योजना प्रभारियो के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कोटा और चित्तौड़गढ़ जिलों में स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किसानों और अन्य लोगों की आवाजाही बढ़ाने के लिए यहां एग्रो टूरिज्म की संभावनाएं तलाशने पर भी चर्चा की गई।
उद्यान विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि राजस्थान खाद्य प्रसंस्करण मिशन के अंतर्गत किसानों की आय बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि मधुमक्खी पालन के लिए 5 हजार किसानों को लाभान्वित करने के लिए आजीविका मिशन के माध्यम से विशेष संभावनाओं वाले जिलों में काश्तकारों के लिए मधुमक्खी पालन के लिए कीटों की आवश्यक उपलब्धता सुनिश्चित की जाए उन्होंने निर्देश दिए कि निजी नर्सरी चलाने वाले किसानों को भी राजहंस नर्सरी की भूमि में पौधे रखने के लिए शेड की उपलब्धता के लिए समुचित दरों का निर्धारण किया जाए।
श्री दिनेश कुमार ने सामुदायिक जल स्रोतों के निर्माण की समस्त प्रशासनिक स्वीकृति आईसी माह जारी करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि ग्रीन हाउस एवं शेड नेट हाउस की स्थापना के लिए आवश्यक सामग्री आपूर्ति के लिए योग्य फर्मों को लिस्टेड किया जाए।
बैठक में उद्यानिकी विभाग के आयुक्त श्री चेतना देवड़ा सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।