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चिकित्साकर्मी आत्मविश्वास के साथ मरीजों के इलाज में कमी नहीं रखे- यूडीएच मंत्री
जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने शनिवार को जेके अस्पताल पहुंचकर विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया तथा भर्ती मरीजों की कुशलक्षेम पूंछकर अस्पताल प्रशासन द्वारा इलाज में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।
स्वायत्त शासन मंत्री सर्वप्रथम नीकू वार्ड पहुंचें जहां प्रत्येक बैड पर जाकर भर्ती शिशुओं के परिजनों से वार्ता कर कुशलक्षेम जानी तथा शिशु रोग विशेषज्ञों से बच्चों के इलाज के बारे में प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल प्रशासन द्वारा वार्डो में आक्सीजन सप्लाई के लिए डाली गई पाइप लाइन के कार्य का भी निरीक्षण किया। पीकू वार्ड के निरीक्षण के समय उन्होंने प्रत्येक शिशु के उपचार के बारे मे जानकारी लेकर सम्बन्धित क्षेत्र से आने एवं शिशु के बिमारी के कारण भी जाने। नीकू-पीकू वार्डो में अधिकतर शिशु कम वजन एवं अनय जिलों व अस्पतालों से रैफर होकर आने वाले पाये गये। चिकित्सकों ने शिशुओं की रिपोर्ट के आधार पर बताया कि क्रिटिकल अवस्था में ही रैफर होकर शिशु यहां आते है। जिन्हे समुचित इलाज एवं सुविधाओं का खयाल रखा जाता हैं।
स्वायत्त शासन मंत्री के निरीक्षण के समय नीकू वार्ड में 18 बैड पर 22 शिशु भर्ती पाये गये। उन्होंने प्रत्येक शिशु के परिजानों से वार्ता की श्योपुर के निमोदा निवासी अकरम ने बताया कि जन्म के समय बचचे का वजन 1 किलो था, कोटा में इलाज की अच्छी सुविधा होने तथा सरकार द्वारा सस्ता इलाज के कारण यहां बच्चे को भर्ती कराया है जिसके स्वास्यि में अब सुधार हैं। इसी प्रकार भीलवाडा के जहाजपुर निवासी जमनालाल ने भी अस्पताल में इलाज की अच्छी सुविधा के बारे में विश्वास जताया।उध्यप्रदेश के मन्दसौर के श्यामगढ निवासी सीमा ने बताया कि इलाज की बेहतर व्यवस्था के कारण कोटा में ही प्रसव कराया था अब बच्चा स्वस्थ्य है। छबडा के भीलवाड़ा ग्राम निवासी ममता ने बताया कि उसे गत 18 दिसम्बर को बच्चा हुआ था निमोनिया होने के कारण छबडा से सीधे रैफर होकर जेके लोन में ही भर्ती कराया है।
स्वायत्त शासन मंत्री ने सामान्य वार्ड, आईसीयू वार्ड एवं गयानी पोस्ट वार्ड का निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि अधिकतर शिशु अन्य निजी अस्पतालों से या किसी अन्य जिले से रैफर होकर भर्ती कराये गये हैं। उन्होंने प्रत्येक मरीज से उसकी कुशलक्षेम जानकर अस्पताल प्रशासन द्वारा दी गई सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। इस अवसर पर जिला कलक्टर ओम कसेरा, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. विजय सरदाना, प्रशासक नगर निगम वासुदेव मालावत, सचिव यूआईटी भवानीसिंह पालावत, अधीक्षक जेके लोन अस्पताल डॉ. सुरेश दुलारा, अधीक्षक एमबीएस डॉ. सक्सेना, विभागाध्यक्ष शिशुरोग डॉ. अमृतलाल बैरवा, अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग आरएस झंवर सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
कॉन्फीडेंस रखकर कार्य करे-
स्वायत्त शासन मंत्री ने चिकित्सा प्रबन्धन के अधिकारियों से रूबरू होते हुए कहा कि वे आत्मविश्वास के साथ समय पर इलाज एवं बेहत्तर सेवाऐं देने के लिए टीम भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को कहा कि अपने कर्तव्य एवं प्रयासों में किसी प्रकार की लापरवाही नही रहे सरकार आपकों सुविधाओं में कमी नहीं रखेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के चिकित्साकर्मी एवं नर्सिंग स्टाफ मरीजों एवं परिजनों के प्रति व्यवहार में परिवर्तन लायें तथा समय पर इलाज को प्राथमिकता दें। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को सभी आवश्यक सुविधाओं एवं आवश्यकताओं की रिपोर्ट बनाने के निर्देश भी दिये।