जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि अमानक दवाई बनाने वाले निर्माताओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा तीन औषधि परीक्षण प्रयोगशालायें जोधपुर, उदयपुर व बीकानेर में बनकर तैयार है और शीघ्र ही जयपुर सहित चार औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं को पूर्ण मानव संसाधन के साथ संचालित किया जाएगा।
श्री मीणा शून्यकाल में श्री राजेन्द्र राठौड़ द्वारा इस संबंध में लाये गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे।
श्री मीणा ने बताया कि प्रदेश में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 एवं नियमावली 1945 के तहत वर्तमान में 50 हजार 101 दवा विक्रेताओं को औषधि अनुज्ञापत्र जारी किये गये हैै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गत 3 वर्षों में (2019-20 वर्ष 2020-21 एवं वर्ष 2021-22 (जनवरी 2022 ) तक उठाये गये नमूनों में से 15,122 नमूने जाँचें गए, जिनमें से 436 नमूने तय मानकों से भिन्न (अवमानक) पाये गये। उन्होंने बताया कि अवमानक घोषित नमूनों का प्रतिशत 2.8 है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में विभाग द्वारा उठाये गये नमूनों की जाँच हेतु प्रदेश में एक औषधि परीक्षण प्रयोगशाला, जयपुर में संचालित है। उन्होंने बताया कि औषधि परीक्षण प्रयोगशाला जयपुर द्वारा उसमें उपलब्ध मानव संसाधन एवं उपकरणों के क्षमतानुसार औषधियों के नमूनों की जाँच की जा रही है। श्री मीणा ने बताया औषधि नियंत्रण संगठन द्वारा उठाये गये नमूनों की पूर्ण क्षमतानुसार जाँच एवं विश्लेषण करते हुए प्रतिवर्ष लगभग 6 हजार नमूनों की जाँच का कार्य सम्पादित किया जा रहा है।
श्री मीणा ने बताया कि औषधि परीक्षण प्रयोगशाला, जयपुर में लम्बित नमूनों की जांच एवं विश्लेषण को त्वरित गति देने हेतु 10 अनुभवी फार्मासिस्टों को राजकीय विश्लेषक के रूप में अधिसूचित किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। साथ ही, 20 फार्मासिस्टों को औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में राजकीय विश्लेषकों के सहयोग हेतु लगाने के निर्देश जारी कर दिए है।
उन्होंने बताया कि तीन औषधि परीक्षण प्रयोगशालायें क्रमशः जोधपुर, उदयपुर व बीकानेर में बनकर तैयार हो गई है एवं मानव संसाधन की उपलब्धता हेतु कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इन प्रयोगशलाओं में 11 सहायक औषधि विश्लेषक के पदों पर भर्ती हेतु 10 फरवरी 2022 को परीक्षा हो चुकी है एवं परिणाम जारी करने व नियुक्ति की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। साथ ही 22 कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया जरिये राजस्थान राज्य अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। तकनीकी व्यक्तियों (सहायक औषधि विश्लेषक एवं कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक) की नियुक्ति उपरान्त राज्य की चारों औषधि परीक्षण प्रयोगशालाये, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर एवं बीकानेर में सुचारू रूप से संचालित हो जायेगी एवं समय सीमा में औषधियों के नमूनों की जाँच एवं विश्लेषण की कार्यवाही सम्पादित हो सकेगी।