फतहनगर। यहां के महावीर अम्बेश गुरू पी.जी.काॅलेज में आज “असमानता और समेकित विकास विषयक वेबीनार का आयोजन किया गया जिसके मुख्य वक्ता हरदेव जोशी पत्रकारिता विश्व विद्यालय जयपुर के अधिष्ठाता डाॅ.मनोज लोढ़ा, समाजशास्त्र राजकीय कन्या महाविद्यालय कोटा के सह आचार्य डाॅ.टी.एन.दुबे, राजनीति विज्ञान विद्याभवन रूरल इन्स्टिट्यूट उदयपुर के विभागाध्यक्ष डाॅ. मनोज राजगुरू रहे। वेबिनार की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ. ललित कुमावत ने की।
वेबिनार में अपने वक्तव्य में डाॅ.मनोज लोढ़ा ने कहा कि असमानता सदैव विकास का मार्ग अवरूद्ध करती रही है। भारत जैसे विकासशील देशों में इस प्रकार की असमानता हर स्तर पर व्याप्त है और ये स्वाभाविक भी है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा प्रस्तावित शिक्षा नीति में इस असमानता को दूर करने का प्रयास किया गया है। इसके द्वारा क्षेत्रीय भाषा में प्राथमिक शिक्षा बुनियादी शिक्षा तथा निम्न वर्ग के छात्रों के सभी संकायों में पढ़ने का अवसर दिया गया है।
डाॅ. टी.एन.दूबे ने अपने वक्तव्य में कहा कि समाज में असमानता को दूर करने के प्रयास की आवश्यकता रही है और रहेगी। शिक्षा इस असमानता का स्त्रोत भी है और इसे दूर करने का साधन भी है। विकास के लिए शिक्षा अनिवार्य है, इसे उन्नति का आधार बनाकर समेकित विकास में ही असमानता दूर होगी। नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि इसमें 8 प्रकार के बुनियादी बदलाव पर चर्चा की गई है। शिक्षा में नवाचार, रचनात्मकता कौशल विकास के साथ सहअस्तित्व की भावना पर बल दिया गया है।
डाॅ. मनोज राजगुरू ने अपने वक्तव्य में कहा कि नई शिक्षा नीति असमानता को दूर करने का सरकार द्वारा किया गया अच्छा प्रयास है। कोठारी कमीशन की सिफारिशों को लागू करने की ओर एक कदम है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के सन्दर्भ में गांधी जी की अवधारणा “शिक्षा हाथ,मस्तिष्क और ह्दय में“ को लागू करने में कितनी सफल होगी यह चर्चा का विषय है। सरकार ने इस शिक्षा नीति की माॅनिटरिंग लिए हेफा का गठन किया है जो इस पर अपनी नजर बनाए रखेगी।
कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य डाॅ. ललित कुमावत ने वेबिनार के सफल आयोजन के लिए मुख्य वक्तागण महाविद्यालय संचालक, उपाचार्या और सभी स्टाॅफ सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।