जयपुर। राजस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश में अग्रणी पायदान पर कायम है। राज्य सरकार का प्रयास है कि आईटी के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकों और नवाचारों के साथ राजस्थान देश-दुनिया में अपनी पहचान मजबूत करें। इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (आर-कैट) की स्थापना की घोषणा की। यह घोषणा धरातल पर साकार हुई और आर-कैट अब आईटी फिनिशिंग स्कूल के रूप में कार्य कर रहा है। यह आधुनिक संस्थान युवाओं को नवीनतम आईटी टेक्नोलॉजी एवं सॉफ्ट स्किल विकसित करने का प्रशिक्षण उपलब्ध करवा रहा है। इससे युवाओं को सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। वर्तमान में 140 विद्यार्थियों को यहां निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है और 40 विद्यार्थियों का प्रशिक्षण पूर्ण हो चुका है।
एक ही छत के नीचे 83 प्रकार के प्रशिक्षण
राज्य सरकार का प्रयास है कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर के साथ अन्य तकनीकी शिक्षा के कोर्स कर रहे विद्यार्थियों को प्रोफेशनल एप्रोच के साथ प्रशिक्षित किया जाए, ताकि उन्हें मल्टीनेशनल कम्पनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त करने में आसानी हो। साथ ही वे स्वयं के स्टार्ट अप आदि शुरू कर अपने पैरों पर खडे़ हो सकें। इसी उद्देश्य से वर्तमान में आर-कैट में 83 प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग, ऑगमेंटेड, वर्चुअल रियलिटी, जावा डेवलपमेंट क्लिनिकल ट्रायल प्रोग्राम एवं डाटा साइंस सहित नवीनतम तकनीक से संबंधित कार्यक्रम शामिल हैं। इन कार्यक्रमों में प्रशिक्षित युवा अपना सुनहरा भविष्य बनाने के साथ ही बाजार की जरूरतों को भी पूरा कर सकेंगे।
विश्व स्तरीय कम्पनियों के माध्यम से प्रशिक्षण
युवा पीढ़ी नवीनतम तकनीक पर अधिक बल देती है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा इस संस्थान में उन्नत उपकरण, अनुभवी प्रशिक्षक, विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाया गया है। साथ ही युवाओं को आईटी के क्षेत्र की विश्व स्तरीय कम्पनियों जैसे – ओरेकल, वीएम वेयर, रेडहैट, एस.ए.एस, ऑटो फिना रोबोटिक्स, सिस्को आदि के माध्यम से एक सप्ताह से 6 महीने तक की अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संस्थान विद्यार्थियों को विष्व स्तरीय प्रमाणीकरण भी देगा।
हाईटेक स्मार्ट क्लासेज
आर-कैट में विद्यार्थियों के लिए हाईटेक स्मार्ट क्लासेस, सभी के लिए निजी कंप्यूटर, प्रैक्टिस लैब, रीडिंग रूम, कैफेटेरिया आदि व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। आर-कैट में दो पारी में क्लासेज संचालित की जा रही हैं। प्रथम पारी प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक तथा द्वितीय पारी दोपहर 3 बजे से सांय 6 बजे तक संचालित की जाती है। राज्य सरकार जल्द ही अन्य जिलों में हब एंड स्पोक मॉडल में आर-कैट की शाखाएं शुरू करेंगी। जिसमे विद्यार्थी जिला आर-कैट सेंटर की कक्षाओं में भाग लें सकेंगे। इच्छुक विद्यार्थी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आर-कैट की वेबसाइट rcat.rajasthan.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
राज्य सरकार द्वारा पहले बैच के विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण
ओरेकल कोर्स में प्रशिक्षण ले रहे गीतेश सिंह का कहना है कि उन्हें आर-कैट के बारे में सोशल मीडिया तथा कॉलेज से जानकारी मिली। यहां प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जिसकी मान्यता विश्व स्तरीय है। इस कोर्स से तकनीकी क्षेत्र में अनेक फायदे मिलेंगे। राज्य सरकार द्वारा पहले बैच के विद्यार्थियों को यह प्रशिक्षण निःशुल्क कराया जा रहा है। बाहर से इस कोर्स के लिए 1 लाख 20 हजार रूपए का भुगतान करना पड़ता। राज्य सरकार ने आईटी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट कदम उठाया है। इससे होनहार विद्यार्थियों को बेहतर अवसर मिल सकेंगे।
आर-कैट में रोबोटिक्स का प्रशिक्षण ले रहे लखन मिश्रा ने बताया कि यह कोर्स 6 महीने की अवधि का है। निजी संस्थान में इस कोर्स का शुल्क लगभग 65 हजार रुपए है, लेकिन राज्य सरकार पहले बैच को सारे कोर्स निःशुल्क करा रही है। इस कोर्स के बाद हमें ऑटोफिना द्वारा प्रमाणीकरण प्रदान किया जाएगा। जिसकी मदद से अच्छी नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। ——