जयपुर। इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को समूचे राजस्थान में लागू करने के लिए विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करने के लिए महिला एवं बाल विकास,बाल अधिकारिता तथा आयोजना मंत्री श्रीमती ममता भूपेश की अध्यक्षता में बुधवार को यंहा में मंत्रालय भवन में इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के क्रियान्वयन में तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेन्ट फण्ड फाउण्डेशन (सीआईएफएफ ) तथा सहयोगी संस्था आई पी ई ग्लोबल के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में श्रीमती भूपेश ने कहा कि इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के अन्तर्गत द्वितीय संतान के जन्म पर 6 हजार रुपये की राशि महिलाओं को जच्चा-बच्चा पोषण और अच्छे स्वास्थ्य के लिए दिए जाते हैं। यह राशि सीधे ही महिलाओं के खाते में ट्रांसफर की जाती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार का समूचे देश में यह अनुठा नवाचार है।
श्रीमती भूपेश ने कहा कि पिछले दिनों बजट 2022-23 में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के द्वारा इस योजना को संपूर्ण राजस्थान की महिलाओं के लिए लागू करने की घोषणा के अनुसार आने वाले समय में इस योजना को पूरे राजस्थान में लागू किया जाएगा। राज्य के टीएसपी क्षेत्र के पांच जिलों में जहां अति कुपोषित बच्चों की संख्या ज्यादा थी वहां पिछले साल से इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को चलाया गया है। योजना को संचालित करने में सीआईएफएफ और आई पी ग्लोबल संस्था सहयोग प्रदान कर रही है।
राजस्थान सरकार के अलग-अलग विभागों में महिलाओं एवं बच्चों से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में सहयोग के उद्देश्य से चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेन्ट फण्ड फाउण्डेशन (सीआईएफएफ) राजस्थान सरकार के साथ अनुबन्ध के आधार पर कार्य कर रही है। इसके अन्तर्गत सीआईएफएफ के माध्यम से सहयोगी संस्था आई पी ई ग्लोबल राजपुष्ट कार्यक्रम के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण के क्रियान्वयन में तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है।
इससे पूर्व बुधवार को प्रातः निदेशालय महिला अधिकारिता के बैठक कक्ष में शासन सचिव महिला एवं बाल विकास श्री दिनेश यादव की अध्यक्षता में सीआईएफएफ और आई पी ई ग्लोबल द्वारा विभाग को प्रदान किए जा रहे सहयोग एवं गत वर्षों में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा एवं भविष्य की कार्य योजना पर चर्चा की गई।
महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव श्री दिनेश यादव द्वारा इस हेतु 5 जिलों बारां, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ व उदयपुर के उपनिदेशकों तथा आई पी ई ग्लोबल के प्रतिनिधियों के साथ भी वीसी के माध्यम से योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति एवं क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक के दौरान सभी प्रतिनिधियों के मध्य हुई चर्चा से प्राप्त सुझावों को लागू कर योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं को दूर करते हुए भविष्य में गति प्रदान करने पर सहमति बनी।
बैठक के अन्त में शासन सचिव ने सीआईएफएफ और आई पी ई ग्लोबल द्वारा विभाग को दिए जा रहे सहयोग को सराहते हुए इसे भविष्य में भी जारी रखने पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर निदेशक आईसीडीएस श्री रामअवतार मीणा ने फील्ड में योजना के बेहतर संचालन के लिए कई व्यावहारिक सुझाव दिए।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ-साथ सीआईएफएफ से बाल स्वास्थ्य एवं विकास निदेशक श्री हेमांग गांधी तथा बाल स्वास्थ्य एवं विकास प्रबंधक श्रीमती शचि, निदेशक इएमई सुश्री स्तुति तथा आईपीई ग्लोबल के निदेशक श्री राघवेश रंजन, एसोसिट निदेशक श्रीमती नमिता वाधवा एवं आईपीई ग्लोबल राजपुष्ट की डिप्टी टीम लीडर श्रीमती दिव्या भी उपस्थित रहे।
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