फतहनगर। मावली तहसील के ईंटाली क्षेत्र में आज तड़के बारिश के साथ ुई ओलावृष्टि ने रबी फसलों को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। रबी फसलों में भी अफीम की फसलों में खासा खराबा हुआ है।
ईंटाली निवासी मधुसूदन पारीक ने बताया कि शनिवार रात को ही रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया तथा तड़के 5 बजे मौसम में अचानक परिवर्तन आया तथा तेज हवाएं चलने लगी। हवाओं के साथ बारिश की बौछारें एवं ओले गिरने शुरू हो गए। ओलों का आकार भी बड़ा था। ओलों के फसलों पर गिरने से फसलें टूट कर जमीदोज हो गयी। अफीम का पौधा नाजुक होता है जिससे उसमें सबसे अधिक खराबा हुआ है। बिन मौसम बरसात और ओलावृष्टि से अफीम की खड़ी फसल में केवल डंठल दिखाई दे रहे हैं।
किसानों ने नारकोटिक्स विभाग से अपने अधिकारी भेज कर भौतिक सत्यापन कर किसानों को राहत प्रदान कराने की मांग की है। गेहूं के हालात भी इससे कम नहीं है। जौ और गेहूं जिनमें बालिया पक गई है वह पूरी तरह से टूट गए हैं। पशुओं के लिए बोया गया रिजका एवं बर्सिम तक नष्ट हो गयी। इंटाली सहित आसपास के गांव उदाखेड़ा, मन्ना खेड़ा, रोहिडा, भीलाखेड़ा,बड़गांव सहित आसपास के गांवों में भी ओले गिरने की सूचना है। पास के ही जोधाणा में भी काफी नुकसान होने से किसानों में निराशा हैं। इस क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी ओलावृष्टि बताई जा रही है। प्रातः किसानों के साथ सरपंच प्रतिनिधि भरत मेनारिया,पटवारी शंकरलाल गाडरी, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि कमला शंकर मेनारिया, ओकारलाल हाडोतीया, जगदीशचंद्र पुष्करणा,मोहनलाल जणवा,लक्ष्मीलाल जणवा, पन्नालाल पुष्करणा,विष्णु दाधीच, कैलाश पटेल, राधेश्याम जणवा, केसुराम पटेल, केशूराम पुष्करणा, ओमकार हाडोतीया सहित कई व्यक्ति खेतों पर पहुंचे तथा फसलों पर हुई बिन मौसम बरसात और ओलावृष्टि से नुकसान को देखा तथा राज्य सरकार से गिरदावरी करवा किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।
मावली