फतहनगर। उपकारी हमारे लिए परमात्मा के समान है। उसको अनदेखा करना साक्षात परमात्मा का अपमान करने के समान है। उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने आज ईंटाली में ग्रामीणों की धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि नमक हराम आदमी का विश्व के किसी भी धर्म में प्रवेश नहीं है। उपकारी के चरणों में सर्वस्व न्योछावर कर दें तो भी उनके ऋण से मुक्त नहीं हो सकते।
मुनि कमलेश ने बताया कि उपकारी के साथ जो दुर्व्यवहार करता है वह राक्षस और शैतान है। राष्ट्रसंत ने स्पष्ट बताया कि नूगरा द्वारा किया गया दान तपस्या और तीर्थ आत्म कल्याण में सहयोगी नहीं हो सकते।
जैन संत के आव्हान पर श्री लक्ष्मी नारायण महावीर गौशाला हेतु करीब 100000रूपए की राशि दानदाताओं ने प्रदान की। रामनवमी और महावीर जयंती तक गौ शाला प्रारंभ करने का संकल्प कार्यकर्ताओं ने लिया। धर्मसभा को लाभ ग्रामीणों एवं जैन समाज के श्रावक-श्राविकाएं ने लिया। धर्मसभा में सरपंच प्रतिनिधि भरत कुमार मेनारिया, लक्ष्मीलाल पुष्करणा, श्यामसुंदर पटेल,गिरधारी लाल सोनी, नानालाल सामर, गोपालसिंह बोहरा, गणेशलाल टेलर, सुंदरलाल सोनी सहित कई व्यक्ति उपस्थित थे।
फतहनगर - सनवाड