उदयपुर, 25 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर राज्य के किसानों को कृषि जगत की नवीन तकनीकों से रूबरू करवाने के उद्देश्य से उदयपुर में सोमवार से दो दिवसीय संभाग स्तरीय किसान महोत्सव का आगाज होगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत इसका शुभारंभ करेंगे। यह किसान महोत्सव आज और कल उदयपुर में बलीचा स्थित कृषि उपज मंडी सबयार्ड में आयोजित किया जा रहा है। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि किसान महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है एवं जिला प्रशासन द्वारा इसके सफलतम आयोजन का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 26 जून को सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री का आगमन 11.10 बजे कृषि उपज मण्डी सब यार्ड बलीचा का लोकार्पण होगा। इसके पश्चात् 11.20 बजे मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों द्वारा बलीचा के प्रशासनिक भवन में पौधा रोपण, 11.30 बजे कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ व स्मार्ट फार्मिंग का अवलोकन किया जाएगा। 11.50 बजे दीप प्रज्वलन, 12 बजे कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव का उद्बोधन, 12.10 बजे पशुपालन विभाग के शासन सचिव का उद्बोधन, 12.15 बजे राज किसान सुविधा एप-डॉक्यूमेंट्री का सजीव प्रदर्शन, 12.20 कृषि एवं उद्यानिकी गतिविधियों की डॉक्यूमेंट्री का सजीव प्रदर्शन किया जाएगा। 12.30 बजे संभाग के विभिन्न जिलों के लाभार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम होगा। 12.40 बजे राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के लाभार्थियों को चौक व गौण मंडी प्रांगण बलीचा के आवंटियों को पट्टा वितरण किया जाएगा। 12.50 बजे कृषि एवं पशुपालन मंत्री का उद्बोधन, 1.10 बजे कृषि विपणन मंत्री का उद्बोधन, 1.20 बजे मुख्यमंत्री का उद्बोधन तथा 1.50 बजे कृषि आयुक्त के आभार के बाद राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
प्रभारी मंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा
जिला प्रभारी मंत्री एवं राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने रविवार को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री के आगमन के साथ इस वृहद स्तरीय मेले के आयोजन को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य अतिथियों के आगमन, मंच, अन्य गणमान्य नागरिकों व कृषकों के लिए बैठक व्यवस्था, वहां बनाये गये विभिन्न डोम, पार्किंग एरिया, सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा, किसानों के आगमन से लेकर प्रस्थान तक की सारी व्यवस्थाएं, स्मार्ट फॉर्म व प्रदर्शनी स्थल, जाजम चौपाल के लिए की गई व्यवस्थाएं, भोजन, पानी, बिजली आदि के बारे में जानकारी ली और सभी को समन्वित प्रयासों के साथ इस आयोजन को सफल बनाने के निर्देश दिए।
नौ करोड़ का भैंसा युवराज होगा आकर्षण का केंद्र
किसान महोत्सव के दौरान हरियाणा के किसान कर्मवीर के भैंसे श्युवराजश् को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसकी कीमत लगभग नौ करोड़ रुपए बताई जाती है। मुर्रा नस्ल का यह भैंसा विश्व प्रसिद्ध है और किसानों को पशुपालन के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए इसे यहां लाया जाएगा।
विशाल वातानुकुलित पंडाल में एक साथ बैठ सकेंगे बीस हजार किसान
ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए विभाग द्वारा इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के माध्यम से विशाल वातानुकूलित पंडाल स्थापित किया गया है जिसमें एक साथ 20000 किसानों के बैठने की व्यवस्था की गई है। किसानों के लिए 12 हजार 25 वर्ग मीटर का बड़ा पांडाल बनाया गया है। इसमें 30 गुणा 280 यानी 8400 वर्ग मीटर का एक एवं 25 गुणा 145 यानी 3625 वर्ग मीटर का एक और एक्सटेंशन पांडाल यानी कुल 12 हजार 25 वर्ग मीटर का पांडाल बनाया गया है। इसमें कुल 280 टन की एसी लगाई गई है एवं 5 एलईडी लगाई है। इसके अतिरिक्त किसानों के लिए वेटिंग एरिया, प्रदर्शनी स्थल और पार्किंग के लिए भी उचित व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कोशिश यही है कि विभिन्न जिलों से आने वाले किसानों को यहां किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार कार्यक्रम स्थल तथा हेलीपेड व्यापक इंतजाम के साथ संभागभर से आने वाले किसानों के आवागमन, बैठक व्यवस्था, चौक पोस्ट, बसों की सुविधा, पार्किंग, चिकित्सा सुविधा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
कान्फ्रेंस व जाजम चौपाल में मिलेगी उन्नत कृषि प्रविधियों व नवाचारों की जानकारी
दो दिवसीय महोत्सव के दौरान जिला प्रशासन के तत्वावधान में कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग की ओर से विभिन्न सत्रों में कॉन्फ्रेंस व जाजम चौपाल आयोजित की जाएगी। निर्धारित सत्रवार कार्यक्रम के अनुसार प्रथम दिन 26 जून को दोपहर 2.30 बजे से 5 बजे तक आयोजित कॉन्फ्रेंस में कृषि बजट और बागवानी एवं कृषि विपणन विभाग की पहल व नवाचार तथा दूसरे दिन 27 जून को दोपहर 10.30 बजे से 1.30 बजे तक आयोजित कॉन्फ्रेंस में कृषि बजट और पशुपालन एवं गोपालन विभाग की पहल व नवाचारों पर विभिन्न विशेष विशेषज्ञों व उच्च अधिकारियों द्वारा संबोधित किया जाएगा। इसके साथ ही कृषि, उद्यानिकी व पशुपालन विभाग की ओर से दोनों दिन आयोजित होने वाली जाजम चौपाल में 4 सत्रों में विभिन्न विशेषज्ञों एवं अधिकारियों द्वारा कृषकों को राजकीय योजनाओं, तकनीकी नवाचारों एवं विभिन्न पहलुओं पर किसानों-पशुपालकों को उपयोगी जानकारी दी जाएगी। इस जाजम चौपाल में खरीफ फसल की उन्नत खेती तकनीक, जैविक प्राकृतिक कृषि, टिकाऊ कृषि और कुपोषण उन्मूलन के लिए बाजरा की भूमिका, कृषि एवं उद्यानिकी के लिए सरकार की ओर से संचालित विभिन्न कृषक कल्याणकारी योजनाएं, बागवानी में संरक्षित खेती का महत्व, औद्योगिक विकास के लिए स्थानीय फलों और सब्जियों का प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन की जानकारी दी जाएगी।
खेती की नवीन तकनीकों से रूबरू होंगे किसान
महोत्सव में किसानों को नवीनतम कृषि प्रवृत्तियों से रूबरू करवाया जाएगा। इसके तहत मशरूम की खेती की आधुनिक तकनीक, किसानों की आय बढ़ाने में किसान उत्पादक संगठन की भूमिका, अतिरिक्त आय के लिए बकरी पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन और डेयरी फार्मिंग, पशुओं के सामान्य रोग एवं उनकी रोकथाम वं नियंत्रण, सतत आजीविका भोजन और पोषण सुरक्षा के लिए मत्स्य पालन और जलीय संस्कृति, डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देने व पशु पोषण में उन्नत तकनीक, राजस्थान का कृषि बजट, फसलों को सुरक्षा, कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए कृषि मशीनीकरण एक कुंजी, जलवायु अनुकूल कृषि के लिए मिट्टी और जल संरक्षण, पुष्पकृषि को बढ़ावा देना, दुधारू पशुओं का चयन एवं प्रबंधन, गाय-भैंसों में प्रजनन संबंधी विकार की रोकथाम राजस्थान में देशी नस्लों का संरक्षण के साथ विभिन्न कृषक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
जनाधार कार्ड और बिजली बिलों की प्रति साथ लाएं कृषक
कलेक्टर ने बताया कि इस दो दिवसीय आयोजन के दौरान महंगाई राहत कैम्प भी आयोजित होगा। इसमें कृषक हित की योजनाओं व कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि किसानों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए अपना जनाधार कार्ड और बिजली बिलों की प्रति साथ में रखनी होगी। कलक्टर ने बताया कि उदयपुर संभाग सहित आसपास के क्षेत्रों से 20 हजार से अधिक किसान भाग लेंगे। कलक्टर ने सरकार की मंशा की अनुरूप इस दो दिवसीय मेले में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने, किसानों को लाभान्वित करने एवं सफल आयोजन के लिए सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभिन्न जिलों से पहुंचने वाले किसानों की संख्या व उनके पंजीयन, उनके आवागमन के लिए बसों की व्यवस्थाओं, बसों के रूट चार्ट, कृषकों को किट वितरण तथा प्रति जिला 50 प्रगतिशील किसानों के चयन की सूची तैयार करने तथा जाजम (चौपाल) व सेमीनार आयोजन हेतु कृषकों की भागीदारी आदि को लेकर विभिन्न विभागीय अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं।
महोत्सव के दौरान महंगाई राहत कैंप का भी होगा आयोजन
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि संभाग स्तरीय किसान मेले में 20,000 से अधिक किसानों के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा किसानों के लिए विशेष रुप से महंगाई राहत कैंप की कैनोपी लगाई जाएगी और यहां पर किसानों से संबंधित योजनाओं के पंजीकरण की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने मेले में भाग लेने वाले किसानों से आह्वान किया है कि कोई भी किसान चाहे वह किसी भी जिले से आए तो वह मेला स्थल पर लगाई गई कैनोपी पर पहुंचकर राज्य सरकार द्वारा महंगाई राहत कैंप में दी जा रही जा रही योजनाओं का पंजीकरण करवा सकता है। कलक्टर ने बताया है कि महंगाई राहत कैंप की कैनोपी स्थल पर पंजीकरण के लिए कार्मिकों की नियुक्ति की गई है और अन्य समस्त अपेक्षित व्यवस्थाएं की जा रही है।
लाइव स्मार्ट फार्म होगा मुख्य आकर्षण
कृषि विभाग के उपनिदेशक माधोसिंह चम्पावत ने बताया कि इस दो दिवसीय आयोजन के मुख्य आकर्षण का केन्द्र स्मार्ट फॉर्म का जीवंत प्रदर्शन होगा। इस स्मार्ट फॉर्म में शेड मेट, पॉली हाउस, फार्म पाउण्ड, ड्रीप सिस्टम, अत्याधुनिक मशीनरी, समन्वित कृषि, फल बगीचा हाइड्रोपोनिक सिस्टम, सौलर, ड्रीप ओटोमाइजेशन, तारबंदी, नेतियर ग्रास प्रदर्शन, लो टनल्स, आदि का जीवन्त प्रदर्शन किया जाएगा जो किसानों को नवीन कृषि तकनीक की जानकारी देगा। इसके अतिरिक्त पशुपालन विभाग की ओर से भी एक फार्म तैयार कर पालतु पशुओं का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा जिसके उन्नत किस्म के गौवंश, भैंस, मुर्गियां आदि के बारे में किसान व पशुपालकों को उपयोगी जानकारी दी जाएगी।
सवा सौ स्टॉल्स पर मिलेगी उपयोगी जानकारी
संभाग स्तरीय मेले में कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विभाग सहित अन्य विभागों की ओर से लगभग सवा सौ स्टॉल्स लगाई जाएगी। इन स्टॉल्स पर कृषकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ उन्नत कृषि, नवीन तकनीक, मशीनरी का उपयोग, उद्यानिकी, समन्वित कृषि सहित कृषक हित से जुड़ी जानकारी प्रदान की जाएगी। इन स्टॉल्स में विभिन्न प्राइवेट कंपनियों यथा उर्वरक निर्माता, बीज वितरक व उत्पादक, पेस्टीसाइज, उपयोगी दवाएं आदि स्टॉल भी शामिल होगी। वहीं कृषि उपकरण, मशीनरी, मॉडल आदि का लाइव प्रदर्शन भी किया जाएगा।
संभाग भर से किसान लेंगे भाग
किसान मेले में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलेवार निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप उदयपुर जिले से 4005, बांसवाड़ा से 2880, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद व भीलवाड़ा से 2520-2520 तथा सिरोही से 552 कृषक भाग लेंगे। वहीं इस मेले में महिला कृषकों की भागीदारी रहेगी जिसके तहत उदयपुर से 900, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ व चित्तौड़गढ़ से 450-450, राजसमंद से 180, भीलवाड़ा से 630 व सिरोही से 90 महिला कृषक भाग लेंगी।
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