उदयपुर। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट उदयपुर के प्रमुख महाराणा भूपाल चिकित्सालय की कायापलट एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध है और मंगलवार को फिर चिकित्साधिकारियों व आरएमआरएस की बैठक लेकर इस दिशा में शीघ्र कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलक्टर ताराचंद मीणा भी साथ मौजूद रहे। संभागीय आयुक्त ने कहा कि उदयपुर संभाग मुख्यालय पर राजस्थान के समीपवर्ती राज्यों के लोग की चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त करने आते है और यहां सरकार की ओर से हाइटेक सुविधाएं उपलब्ध होने से लोगों में इस चिकित्सालय के प्रति विश्वास बना हुआ है। इसी विश्वास को कायम रखते हुए चिकित्सालय को ऐसा स्वरूप प्रदान करना होगा कि कोई मरीज जब प्रवेश करें तो उसका आधा दर्द यहां की व्यवस्थाओं व सुविधाओं को देखकर कम हो जाए।
मेरा एमबी हो सबसे सुंदर:
संभागीय आयुक्त भट्ट ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुझे एक माह में हॉस्पिटल की बदली सूरत चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं उदयपुर के किसी भी निजी हॉस्पिटल में जाऊ तो सबसे साफ व सुंदर मेरा एमबी हॉस्पिटल ही मिले। इसके लिए उन्होंने चिकित्सा प्रशासन को समन्वय स्थापित करते हुए सभी विभागाध्यक्षों को प्रभावी मानिटरिंग करते आवश्यकताओं के अनुसार प्रस्ताव तैयार करने एवं पूरे अस्पताल परिसर में स्वच्छता का उचित प्रबंधन करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने कहा कि हर परिसर साफ-सुथरा और व्यवस्थित हो और मुझे साफ सफाई से कोई समझौता नहीं चाहिए। उन्होंने इस बात विशेष जोर दिया कि पूरा हॉस्पीटल कांच की तरह चमकना चाहिए।
सफाई के लिए बजट की कमी नहीं, कंजूसी बिल्कुल न करें:
संभागीय आयुक्त ने संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर कार्य में क्वालिटी सुनिश्चित करें और पेमेंट में कोई कंजूसी न करें । सफाई की मॉनिटरिंग के लिए आउटसोर्सिंग करे और एक लाख भी ज्यादा देना पड़े तो दें। उन्होंने अस्पताल के हर 100 मीटर क्षेत्र के लिए सफाई का इंचार्ज नियुक्त करने के निर्देश दिए और कहा कि कुछ घंटों के अंतराल में बार-बार पौछा लगे, ताकि रोगी और तीमारदारों को उपयुक्त व स्वच्छ वातावरण मिले। उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रबंधन सुदृढ होगा तो संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहेगा। उन्होंने यह स्पष्ट निर्देश दिए कि इन कार्यों में कोई कोताही बरतता है तो उसके विरूद्व कार्यवाही करें। उन्होंने चिकित्सालयों में टॉयलेट्स सुलभ इंटरनेशनल को देने की बात कही और शौचालयों की नियमित सफाई के साथ उचित रखरखाव के निर्देश दिए।
इन व्यवस्थाओं के लिए भी दिए निर्देश:
उन्होंने चिकित्सायय के प्रवेश द्वार से लेकर सम्पूर्ण परिसर पर स्वच्छता, उपयुक्त रंगरोगन, सुव्यवस्थित पाकिैंग के साथ मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए उपयुक्त व्यवस्था, हर वार्ड में मरीजों के लिए उपयुक्त सुविधा, लटकते तारों को व्यवस्थित करने, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरों का समुचित उपयोग आदि को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में कलक्टर ताराचंद मीणा ने भी अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार व रोगियों व परिजनों को राहत देने संबंधित व्यवस्थाओं पर महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस दौरान आरएनटी प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल, एमबी अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन, समिति सदस्य समाजसेवी पंकज कुमार शर्मा सहित चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।
बैठक दौरान सेटेलाईट चिकित्सालय के डॉ. राहुल जैन एवं एसएसबी ब्लॉक के डॉ. विपिन माथुर ने चिकित्सालयों में अपेक्षित सुविधाओं और विकास के लिए तैयार किए गए प्रस्तावों के बारे में जानकारी दी और अपेक्षित बजट एमआरएस से स्वीकृत करने का आग्रह किया। संभागीय आयुक्त ने कहा कि चिकित्सालयों के लिए राज्य सरकार की ओर से बजट की कोई कमी नहीं है, ऐसे में सुविधा विस्तार व राहत संबंधित अधिकाधिक प्रस्ताव तैयार किए जावें।
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