उदयपुर . एमबी हॉस्पिटल में सुरक्षा की दृष्टि से आपातकालीन परिस्थिति में किसी भी समय टीम को किस तरह कैसे एक्टिवेट किया जाए एवं परिस्थितियों पर कंट्रोल किया जाए इसके लिए 5 इमरजेंसी कोड स्थापित की गई। अधीक्षक डॉक्टर आर एल सुमन ने इन सभी कोड की आज चिकित्सा कर्मी, नर्सिंग स्टाफ, एन ए बी एच की टीम, एजेंसीज की बैठक ली अस्पताल परिसर से कल के बच्चा चोरी की घटना क्रम मैं तुरंत प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए पुलिस प्रशासन के साथ बच्चे को 5 घंटे के अंदर प्राप्त कर लिया गया। परंतु दोबारा इस तरह की को कोई घटनाक्रम ना हो इसके लिए पूरी टीम जो प्रशासनिक कार्य को देख रही है, चिकित्सा कर्मी एवं अन्य के अधीक्षक ने खुद क्लास ली। डॉ सुमन ने बताया अस्पताल में 5 कोड इमरजेंसी के तहत स्थापित किए गए हैं। जो कोड रेड कोड मतलब आगजनी, पिंक कोड मतलब बच्चा गायब होना या चोरी होना, ब्लू कोड मतलब किसी भी व्यक्ति का अचानक गिरना बेहोश होना, ब्लैक कोड मतलब बम ब्लास्ट हथियार दीवार गिरना एवं व्हाइट मतलब स्वास्थ्य कर्मी के साथ कोई भी घटनाक्रम होना। इनके लिए कंट्रोल रूम नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय रखा गया है। किसी भी परिस्थिति में इनकोड को एक्टिवेट परिस्थिति के मुताबिक किया जा सकता है। जिससे संबंधित टीम तुरंत प्रभाव से एक्टिवेट हो जाएगी एवं स्थिति पर काबू करें। इसका उद्देश्य है अस्पताल में भर्ती मरीज, विजिटर्स किसी में भी पैनिक सिचुएशन ना पैदा हो, आपातकालीन मैनेजमेंट किया जा सके एवं संस्थान को किसी तरह का नुकसान ना हो। सभी कोड के लिए नोडल ऑफिसर एवं टीम का निर्धारण किया जा चुका है , जो पहले से ही एक्टिव है, परंतु सभी टीम को निर्देशित किया कि कभी भी आपातकालीन परिस्थिति हो तो तुरंत कोड की कार्रवाई के मुताबिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। बता दे पहले ही अस्पताल के सारे गेट पर 360 डिग्री वाले एंगल ड्रोन कैमरे लगा दी है । एग्जिट गेट्स के ऊपर round-the-clock गार्ड की व्यवस्था कर दी गई है, साथ ही पुलिस अधीक्षक से होमगार्ड लगाने के लिए भी आग्रह किया है।
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