(विशेषज्ञों ने किया मंथन ई वेबीनार)
ईंटाली। उदयपुर जिले की मावली तहसील में ईन्टाली ग्राम पंचायत में फास्टर भारतीय पर्यावरण सोसाइटी ईन्टाली उदयपुर द्वारा ई वेबीनार मैं ऑक्सीजन बैंक निर्माण पर विशेषज्ञों ने किया मंथन से कई नए आयामों का हुआ सर्जन।
राष्ट्रीय ई वेबीनार के कोऑर्डिनेटर एवं फास्टर के निर्देशक ललित नारायण आमेटा हाल ही में राष्ट्रीय महामारी में ऑक्सीजन की मारामारी को देखते हुए ऑक्सीजन बैंक निर्माण पर विशेषज्ञों का ई वेबीनार के आयोजन किया । इसमें डिजिटल हरित क्रांति के नये आयाम, घर में पोषक वाटिका निर्माण एवं घर में इत्र वाटिका का सफल प्रयोग का प्रदर्शन और विद्यालय में फुलवारी एवं किचन गार्डन के निर्माण के कई नए तथ्य निकले , कार्यक्रम का संचालन पक्षी एवं प्रकृति प्रेमी हितेश श्रीमाल (झाड़ोल, सराडा )के अनुसार ई वेबीनार कार्यक्रम की अध्यक्षता बसंत कुमार त्रिपाठी ने की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत वनसेवा, सेवानिवृत्त उपवन संरक्षक ओम प्रकाश शर्मा ने बताया आने वाली पीढ़ी के स्वच्छ वायु के लिए ऑक्सीजन बैंक निर्माण में प्रकृति में पौधारोपण एकमात्र उपाय है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि चित्तौड़गढ़ से वन्यजीव विशेषज्ञ एवं विज्ञान शिक्षक डॉ. मोहम्मद यासीन ने प्रकृति में ऑक्सीजन निर्माण में स्थानीय वनस्पति प्रजातियों के पौधारोपण पर बल दिया और यह भी कि जो पेड़ हमने लगाए हैं उनकी सुरक्षा और देखभाल जरूरी है ताकि वे बने रहें तभी ऑक्सीजन बैंक के निर्माण की सार्थकता होगी। पर्यावरणविद मुख्य वक्ता डॉ सुनील दुबे ने स्थानीय प्रजातियों को रोप कर अपने घरों में ओषधि पौधों, पोषण वाटिका व भरपूर ऑक्सीजन देने वाले पौधों को परिवेश में लगाने पर बल दिया, उन्होंने कहा कि हरियाली विकसित करने के लिए जगह का बहाना नहीं बल्कि सोच होनी चाहिए. जहां खुली जमीन नहीं है वहां गमलों में भी ढेरों पौधे, सब्जियां, औषधीय पौधे इत्यादि लग सकते हैं. हमें साफ हवा, शुद्ध पानी, पोषक भोजन और प्राणवायु ऑक्सीजन चाहिए तो हमें खुद अपने लिए प्रयास करने होंगे. अपनी पोषण वाटिका, औषधीय वाटिका, प्राकृतिक ऑक्सीजन उत्पादन खुद करना होगा.
कार्यक्रम में घर में इत्र वाटिका और विद्यालय में फुलवारी एवं किचन गार्डन विशेष तकनीक निकल कर आई। प्रतापगढ़ से पक्षी विशेषज्ञ देवेंद्र मिस्त्री ने प्रकृति और उनसे जुड़े कीट -पतंगो, पक्षियों से जुड़े विशेष पेड़ों के रोपण पर बल दिया । चित्तौड़गढ़ से सर्प रेस्क्यूअर भैरव दत्त राव ने बताया कि सामूहिक प्रयास से परिवेश में हरितक्रांति पर चर्चा की।
इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी भिंण्डर से सोमेश्वर द्विवेदी ,विज्ञान शिक्षक जैसलमेर से मानव व्यास , चित्तौड़गढ़ से नेहा दशोरा विज्ञान शिक्षक, यामिनी दशोरा, उदयपुर देवेंद्र मिस्त्री प्रकृतिविद्, ऋचा मिस्त्री, शंभू शर्मा वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, दीपमाला शर्मा, जयश्री शर्मा, जयपुर से अंकिता जैन, अर्थशास्त्री. चित्तौड़गढ़ बेगूं से श्री राजू सोनी, अमित चैरे,अजय धाकड़ आदि ने अपने विचार रखे।
राष्ट्रीय ई वेबीनार में विशेषज्ञों के मंथन के बाद निकलकर सामने आया की आने वाली पीढ़ी के लिए वर्तमान परिवेश में वृक्षारोपण करके ऑक्सीजन बैंक का निर्माण के साथ पोषण वाटिका, औषधीय वाटिका एवं पर्यावरण को स्वच्छ रखने से ही स्वस्थ और सुरक्षित जीवन संभव है।