उदयपुर। रात ठीक 9 बजे घर पर दीप प्रज्वलित करने के बाद थोड़ा सा माहौल देखने गली के बाहर तक चला तो सडक बिल्कुल सूनी थी, लेकिन जैसे ही नजर उठाकर घरों की छतों की ओर देखना शुरू किया तो बड़लेश्वर महादेव मंदिर से देहलीगेट मार्ग पर जहां तक नजर गई वहां हर मंजिल पर दीप टिमटिमाते हुए नजर आए। इस दृश्य को देख एक ही विचार उठा कि जिस देश की संस्कृति का एकाकार स्वरूप इतना विराट हो उसका कोरोना क्या बिगाड़ेगा..। हालांकि, इस दृश्य को ज्यादा देर तक निहारता लेकिन वहां वर्दी में मुस्तैद कोरोना फाइटर ने पुनः घर लौट जाने का आग्रह किया और मैं लौट पड़ा। लौटते हुए, घरों से पटाखों थाली वादन के शोर के साथ यह आवाज भी सुनाई दे रही थी कि सिर्फ 9 मिनट नहीं, अब दीप प्रज्वलित किया है तो रात भर टिमटिमाना चाहिए..। इस दीप महाभियान के तुरंत बाद सभी फिर से रामायण देखने जम गए।
सभी से यही आग्रह, घर में रहें-सुरक्षित रहें
(कौशल मून्दड़ा)