देश में सर्वत्र कोरोना से हालात नाजुक है। शहर तो शहर गांव में भी कोरोना इन दिनों कहर बरपा रहा है। शहरों के शमशानों में अंतिम संस्कार के लिए अर्थियों की लाइनें लगी है । परिजन परेशान हैं। जिन्होंने अपनों को खोया है उन पर क्या बीत रही है यह तो वे ही जाने लेकिन यह मंजर इससे भी भयानक ना हो इसके लिए हमें संभलने की जरूरत है ।बीते वर्ष जब कोरोना ने दस्तक दी थी उस वक्त प्रधानमंत्री ने सभी को बताया था कि इस महामारी का सामना कैसे करें ।लॉकडाउन लगाकर उस वक्त बड़े पैमाने पर जनहानि को रोक दिया था लेकिन इस बार सारा दारोमदार राज्य सरकारों पर रहा तथा लोग भी लापरवाह हो गए। लोगों ने इस बीमारी को सहज में लिया जिससे यह तेजी के साथ फैला है।रोजाना जिस प्रकार से आंकड़े सामने आ रहे हैं उससे भयावह स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।अस्पतालों में उन्हें ही ले जाया जा रहा है जिनकी स्थिति खराब है। लेकिन वहां भी व्यवस्थाएं छोटी पड़ती दिख रही है। समय पर इलाज ना मिलने से लोग मौत का शिकार भी हो रहे हैं।मीडिया ऐसी घटनाओं एवं इसके कहर को बता रहा है। इसी से सबक लेते हुए हम अपने और अपनों की जान बचा सकते हैं। घर पर रहे। बिना काम बाहर ना निकले। मास्क पहने तथा दूरी बनाए रखें। यही चीजें हैं जो आपको इस महामारी से बचा सकती है।
– शंकरलाल चावड़ा-