फतहनगर ।
पावन धाम फतहनगर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए गुरुदेव कोमल मुनि जी म. सा ने फ़रमाया कि चारों तरफ के अंधकार में प्रकाश की किरण व्यक्ति को मार्गदर्शीक करती है उसी तरह से गुरु की क्षणिक सानिध्य भी जीवन में अमूलचूल परिवर्तन करता है
गुरु का क्षण मात्र भी जीवन की अनंत कर्म निर्जरा का और अतुलनीय प्रेरणा का कारण बनता है. आज का मन मानस संसार की तरफ से अधिक होने की वजह से गुरु के सानिध्य का अभाव होता चला जा रहा है इसका परिणाम व्यक्ति अध्यात्म और आत्मिक से ज्यादा दूर होता हुआ चला जा रहा है अंत मे इतना ही कहना चाहूंगा की गुरु के संपर्क के अभाव का परिणाम हमें शून्यता की ओर, और गुरु के संपर्क के सभाव का परिणाम उच्चता की ओर ले जाता है.
उपप्रवर्तक सुभाषमुनि जी, धीरज मुनि जी एवं रमेश मुनि जी म. सा. ने भी धार्मिक प्रवचन दिया, महासतीओ मे महासती दिव्यप्रभा जी म. सा ने सभी को संसार के प्रति आसक्ति छोड़ने का संदेश दिया
आज के आयंबिल दिवस मे कई महानुभावो ने आयंबिल तप की साधना की एवं प्रवचन के बाद नवकार महामंत्र का जाप भी रखा गया ।