जयपुर। प्रदेश के गौवंशीय पशुओं में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज को लेकर पशुपालन विभाग के शासन सचिव श्री पी.सी. किशन, ने पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सभी संभाग व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बैठक कर लम्पी स्किन डिजीज की स्थिति एवं रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। श्री किशन ने बताया कि हमें इस चुनौति से निपटने लिए विभाग द्वारा मुश्तैदी से काम किया जा रहा है, ताकि पशुपालकों का नुकसान नही हो।
शासन सचिव ने बताया किशनिवार को मुख्य सचिव द्वारा विडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिये समस्त जिला कलक्टरों से विडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिये स्थिति की समीक्षा की जायेगी।
शासन सचिव ने बताया कि स्थिति में निरन्तर सुधार हो रहा है, लेकिन मोनिटरिंग का दायरा बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। श्री किशन ने बताया कि पशुओं में फैल रही इस बीमारी के लिए औषधि किट बनाये जाकर पशुपालकों को वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि किट में बोलस रूप में आने वाले चार औषधियों को प्रमुख रूप से सम्मिलित किया गया है, ताकि पशुपालक आसानी से रोगी पशुओं को दवा दे सकें।
श्री किशन ने बताया कि सभी जिलों दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि रोगी पशुओं को खुले में नही छोड़े इससे संक्रमण फैलने की सम्भावनाएं बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि बीमार पशुओं में आवश्यकता होने पर ही एन्टीबायोटिक्स का उपयोग किया जावें।
श्री किशन ने बताया कि प्रदेश के गौवंशीय पशुओं में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए राजस्थान कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गौवंशीय पशुओं में टीकाकरण किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि अब तक अजमेर 56752, कुचामन सिटी 37697 भरतपुर 63698, चित्तौड़गढ़ 96414 अलवर 80755, जयपुर 107850, झुन्झुनू 3796 बांसवाड़ा 108000 राजसमन्द 10410 कोटा 85340, बूंदी 81932, बांरा 114731, झालावाड़ 110501 प्रतापगढ़ 114176, उदयपुर 83163, सहित 29 जिलों में कुल 15,82,079 पशुओं में टीकाकरण किया गया हैं एवं प्रदेश में लम्पी से प्रभावित 13.99 लाख पशुओं में अब तक 13.47 लाख पशुओं का उपचार किया जा चुका है जिसमें 8.50 लाख पशु स्वस्थ हो चुुके है।
श्री किशन ने बताया कि विभाग द्वारा सघन टीकाकरण अभियान के तहत आगामी दो महीनों में 40 लाख पशुओं में टीकाकरण का कार्य करेगा, वर्तमान में टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाकर 1 लाख टीकाकरण प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।