उदयपुर 12 अप्रैल। बुधवार को जिला परिषद सभागार में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, जिला प्रमुख ममता कुँवर, जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, एसीईओ विनय पाठक ने विभिन्न श्रेणियों में पंचायतों को पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान कलेक्टर ने विजेता पंचायतों को बधाई दी एवं इन पंचायतों के सरपंचों से उनके द्वारा किए गए विशेष कार्यकलापों पर प्रजेंटेशन भी लिया। कलक्टर ने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की सफलता में पंचायतों का योगदान महत्वपूर्ण है। सभी जनप्रतिनिधियों को योजनाओं का धरातल पर व्यापक प्रचार-प्रसार करना चाहिए। जिला प्रमुख ममता कुँवर ने कहा कि देश निर्माण में पंचायतीराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कार्यक्रम में जिला परिषद् सदस्य, प्रधान, सरपंच तथा जिला स्तरीय अधिकारी, विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित हुए। मुख्य आयोजना अधिकारी पुनीत शर्मा द्वारा राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2023 अन्तर्गत दिये जाने वाले विभिन्न प्रकार के पुरस्कारों एवं सशक्त पंचायत सतत विकास की नौ थीमांे की संक्षिप्त जानकारी दी गई।
’27 पंचायतों को दिए पुरस्कार, झाड़ौल पंचायत समिति रही अव्वलरू ’
कुल नौ श्रेणियों में आठ पचायत समितियों से 27 ग्राम पंचायतो को पुरस्कृत किया गया है जिसमें सर्वाधिक 06 श्रेणी में झाडोल पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मगवास को तथा चार श्रेणियों में बडगांव पंचायत समिति की भुवाणा ग्राम पंचायत प्रदान किये गये।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा गरीबी मुक्त पंचायत वर्ग में ग्राम पंचायत मगवास, पडला, नाइजर, स्वस्थ पंचायत वर्ग में मगवास, देबारी, अदवास, बाल मित्र पंचायत वर्ग में देबारी, भुवाना, पडला, पर्याप्त जल उपलब्धता पंचायत श्रेणी में लखावली, मगवास एवं देवास, क्लीन एंड ग्रीन पंचायत श्रेणी में लखावली, बिछीवाड़ा, नेवज, आत्मनिर्भर आधारभूत संरचना श्रेणी में ओगना, मगवास एवं गोगुंदा, सामाजिक सुरक्षा श्रेणी में भुवाना, जैतावाडा, बरोड़ा, गुड गवर्नेंस श्रेणी में मगवास, भुवाना एवं पीपला, वुमन फ्रेंडली पंचायत श्रेणी में भुवाना, मगवायस एवं पीपलीखेड़ा को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर कलक्टर ने कहा कि जिस प्रकार से ग्राम पंचायतों द्वारा धरातल पर कार्य करके पुुरस्कार प्राप्त हुआ उसी प्रकार से आगामी वर्षो में पुरस्कार प्राप्ति हेतु समस्त ग्राम पंचायत के सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार में बढ़-चढ़ कर भाग लें एवं राष्ट्रीय स्तर पर उदयपुर जिले का नाम रोशन करें।