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फतहनगर। जेंडर इक्विटी मूवमेंट इन स्कूल (जेम्स) कार्यक्रम के तहत चैथे चरण का आज मावली में शुभारंभ हुआ जिसमें चल रहे एक बैच में 19 शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
राजस्थान स्टेट कोंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (आरएससीइआरटी), इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ओन वीमेन और विकल्प संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में पंचायत समिति में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में शिक्षा विभाग के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर के द्वारा सन्दर्भ प्रदान किया जा रहा है। इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ओन वीमेन की टेक्नीकल स्पेसियालिस्ट हेमलता ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का आगाज करते हुए शिक्षा में जेण्डर की बात क्यों विषय पर बात करते हुए कहा कि सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली किशोर-किशोरियों के विचार और जेण्डर सम्बन्धी रुढियों तथा भूमिकाओं को प्रभावित करती है और उनके निर्माण में मुख्य भूमिकाएं निभाती है।. ऐसे में जेंडर रुढियों से होने वाले नकारात्मक प्रभावों को समझते हुए एवं समानता का वातावरण बनाते हुए किशोर-किशोरियों के सम्पूर्ण विकास और पूर्ण क्षमताओं को हासिल करने में शिक्षक-शिक्षिकाएं बेहतर भूमिका निभा सकते है।ं.
स्टेट कोऑर्डिनेटर (जेम्स प्रोग्राम) मनोज गौड और विकल्प संस्था के डायरेक्टर योगेश वैष्णव ने बताया कि जेन्डर को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में 2 जिलों के मावली सहित 4 ब्लाक के 400 स्कूलों में 6 से 8 वीं कक्षा के 20000 लडको तथा 15000 लड़कीयो के साथ यह जेंडर इक्विटी मूवमेंट इन स्कूल (जेम्स) कार्यक्रम चलाया जा रहा है.। उन्होंने बताया कि जेम्स कार्यक्रम का उद्देश्य समानता को बढ़ावा देने, मर्दानगी से जुड़े स्वीकार्य और अपेक्षित सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करना और सभी तरह की हिंसा को अस्वीकार्य करना है।. इस कार्यक्रम के जरिये विद्यार्थियों में आत्मचिंतन के माध्यम से समानता की सोच विकसित करना है। मास्टर ट्रेनर उर्मिला ने कहा कि जेंडर रूढ़िवादिता महिला-पुरुष दोनों के बीच अलग-अलग भूमिकाएं, काम और मूल्य निर्धारित करता है.। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते है. वैसे-वैसे इस सामाजिक संदेशों को आत्मसात करते जाते है। उनमे स्कूल भी एक मुख्य स्थान है जहाँ से ऐसे सन्देश मिलते है.। जो भी इन का अनुसरण नहीं करते है तो उसकी आलोचना होती है. और उनको कष्ट झेलना पड़ता है। जेंडर समानता की यह मुहीम ऐसे कठोर विचारधारा में बुनियादी बदलाव लाया जा सकेगा। प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग ले रहे अध्यापकगण ने शिक्षा,समानता,मानव अधिकार जैसे विषय पर अपने विचार रखे। विकल्प संस्थान और जेम्स कार्यक्रम से जुड़े योगेश,सचिन मुद्गल,उमेश,भानु,चन्दा,मधु ने प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन किया और विभिन्न गतिविधियां आयोजित की।