जयपुर। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय में ’’डायनैमिक ग्राउण्ड वाटर रिसोर्स ऑफ राजस्थान, 2020’’ की रिपोर्ट को लेकर बैठक आयोजित हुई।
बैठक में मुख्य सचिव श्री आर्य ने राज्य में गिरते हुए भू-जल स्तर पर चिन्ता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि पानी से संबंधित सभी विभागों को आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए राज्य के विभिन्न ब्लॉकों में गिरते हुए भू-जल स्तर को रोकने के साथ-साथ भू-जल स्तर को रिचार्ज करने सम्बंधी योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाना चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि सरकार के पुख्ता प्रयासों के साथ आम जनता को भी पानी के अत्यधिक दोहन पर अंकुश लगाने के साथ जल बचाने के लिए जागरूक करना होगा। उन्होंने बाड़मेर ब्लॉक के सेफ ब्लॉक से सीधे ओवर एक्सप्लोटेड ब्लॉक में बदल जाने पर भी चिन्ता व्यक्त की।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि राजस्थान सहित सम्पूर्ण भारत में भू-जल स्तर का लगातार सर्वे कर इसके सम्बंध में योजनाएं बनायी जा रही हैं। इस संबंध में प्रतिवर्ष भू-जल स्तर के महत्वपूर्ण डाटा सहित सर्वे रिपोर्ट बनायी जाने लगी है। इसके लिए केन्द्र एवं राज्य स्तर पर दो समितियां आपसी तालमेल से कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जल शक्ति मिशन योजना के अन्तर्गत कई योजनाएं भू-जल संरक्षण से संबंधित हैं।
बैठक में ‘‘डायनैमिक ग्राउण्ड वाटर रिसोर्स ऑफ राजस्थान -2020’’ की रिपोर्ट के संबंध में प्रेजेन्टेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के 37 ब्लॉकों में भू-जल स्तर अच्छी स्थिति में है, इसलिए ये सेफ ब्लॉक हैं एवं 29 ब्लॉक सेमी क्रिटिकल और 23 ब्लॉक क्रिटिकल स्थिति में हैं। राज्य में ओवर एक्सप्लोटेड ब्लॉक 203 हैं जो राज्य के कुल ब्लॉक का 69 प्रतिशत हैं। सेलाइन (लवणीय) ब्लॉक 03 हैं। राज्य के 12 प्रतिशत ब्लॉक ही सेफ ब्लॉक हैं।
बैठक में केन्द्रीय डायनैमिक ग्राउण्ड वाटर रिसोर्स ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने भी भाग लिया। जल संसाधन विभाग के सचिव डॉ. पृथ्वी राज सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी वेबिनार के माध्यम से जुड़े।
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