फतहनगर। शुक्रवार को तीसरे दिन भी मौसम खराब रहा। सुबह अल्प समय के लिए सूर्यदेव के दर्शन हुए लेकिन बाद में सूर्य भी कोहरे की आगोश में समा गया। दोपहर बाद धूप खिली लेकिन उसमें तेजी नहीं थी जिससे मौसम में घुली ठण्डक का प्रभाव बरकरार रहा। धूप खिलते ही खेतों में ख्ड़ी रबी फसलें भी लहलहा उठी। शाम होते होते ठिठुरन बढ़ गयी तथा गली मोहल्लें में विरानी छा गयी।