उदयपुर। 1008 जागृत हनुमान मंदिर, नाईयो की तलाई, में आयोजित हो रही रामकथा के पाँचवे दिन गुरुवार को राम जानकी विवाह एवं धनुष यज्ञ के प्रसंग का कथाव्यास परमपूज्य भाई श्री दीपक जी द्वारा वर्णन किया गया। आयोजक प० छोगालाल जी ने बताया कि इस अवसर पर कथा में सर्व सम्प्रदाय संत मंडल उदयपुर के अध्यक्ष इंद्रदेव दास जी, दंडपोल हनुमान मंदिर के महंत श्री दयाराम जी, दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पं० प्रवीण भाई श्री भी उपस्थित थे। कथा व्यास ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन मे श्री राम की तरह सुख और दुख में सम रहते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना चाहिए। अहिल्या के प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि राम का अवतार पतितो, वंचितों एवं समाज द्वारा ठुकराए साधारण जनों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए ही था। इस अवसर पर धनुष भंग, राम जानकी विवाह इत्यादि प्रसंगों का मंचन भी किया गया।