फतहनगर(नरेश शर्मा)। अग्रवाल समाज के वरिष्ठ समाजसेवी प्रहलादराय जी मोर का बुधवार दोपहर में अचानक हार्ट अटैक से देवलोकगमन हो गया। यह सूचना मिलते ही परिवार,समाजजनों में शोक छा गया। उनका शाम को ही अन्तिम संस्कार कर दिया गया। जिसमें गणमान्य लोगों ने भाग लेकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रहलाद जी की तबियत बिगड़ते ही एक निजी चिकित्सक को दिखाया, जिन्होंने उदयपुर ले जाने की कहा। लेकिन मावली से पूर्व ही उन्होंने अंतिम श्वांस ले ली। मावली हॉस्पिटल के चिकित्सक ने जांच कर घर लौटने को कहा।
प्रहलाद जी के निधन की खबर मिलते ही अग्रसेन जयन्ति के कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं को रोक दिया गया। समाज की ओर से गुरुवार को भी महाराजा अग्रसेन जी की आरती का कार्यक्रम ही रखा।
स्व.प्रहलाद जी का जन्म 4 जुलाई 1944 को जोरावर मल जी के यहाँ हुआ। 77 वर्षीय प्रहलाद जी के किराणा व्यवसाय रहा। धर्म ध्यान में रुचि रखते थे। हंसमुख स्वभाव के रहे। उन्हें शरीर की नाड़ी (नस) के दर्द को दूर करने की देशी तकनीक की अच्छी जानकारी थी। रोजाना 5-7लोग उनके पास अपनी पीड़ा दूर करने आते थे। आप अग्रवाल समाज की कार्यकारिणी में भी रहे। आप अपने पीछे पत्नी भगवती देवी , 4 पुत्रों अनिल, सुनील, नारायण, गजेंद्र मोर एवं एक पुत्री मंजू ,पौत्र-पौत्रियों, दौहित्र आदि का भरापूरा परिवार छोड़ गए।
आपके पुत्र नारायण मोर कांग्रेस के नेता हैं और दूसरी बार पार्षद निर्वाचित हुए।
स्व.प्रहलाद जी 5 भाई थे। स्व.बालू राम जी,स्व.शिव लाल जी बड़े थे। ओम प्रकाश जी व गोविन्द जी छोटे हैं।
मोर परिवार की ओर से फतहनगर मोक्षधाम के विकास व वहाँ की गौशाला में 11-11 हजार रुपए का सहयोग देने की घोषणा की गई।
प्रहलाद जी के निधन पर उठावना शुक्रवार 8 अक्टूबर 2021 को दोपहर 2 बजे महेश सेवा सदन फतहनगर में रखा है।