जयपुर। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए संचालित प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना (पीएम-एसवाईएम) में प्रदेश के लिए निर्धारित श्रमिकों के पंजीयन के लक्ष्य को शीघ्र हासिल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी इस दिशा में प्रभावी कार्य योजना के साथ काम करें, ताकि प्रदेश के श्रमिकों को इस योजना का पूरा लाभ मिल सके।
मुख्य सचिव गुरूवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंंस के माध्यम से प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना की प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर, संबंधित विभागों के सचिव एवं श्रम विभाग के अधिकारी बेहतर समन्वय के साथ इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि योजना का समुचित प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि कचरा बीनने वाले, फेरी लगाने वाले, बोझा ढोने वाले, ईंट भट्टा पर काम करने वाले श्रमिक, मोची, धोबी, रिक्शा चालक, बीडी श्रमिक, निर्माण श्रमिक, हाथ करघा श्रमिक जैसे असंगठित क्षेत्र के लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी मिल सके और वे इस योजना में पंजीयन कराकर इसका लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि विभागीय उच्चाधिकारी योजना के क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग भी करें।
श्रम आयुक्त श्री अंतर सिंह नेहरा ने योजना के संबंध में प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि अब तक प्रदेश में एक लाख से अधिक श्रमिकों का योजना के तहत पंजीयन किया जा चुका है। राज्य के सभी ई-मित्र केंद्रों को भी योजना के तहत पंजीयन करने के लिए अधिकृत किया गया है। श्रमिक ई-मित्र या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर योजना में पंजीयन करवा सकते हैं।
बैठक में शासन सचिव श्रम श्री भानु प्रकाश एटरू सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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