उदयपुर, 10 नवम्बर। उदयपुर का महाराणा प्रताप गौरव केन्द्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ रविवार को भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम बना, अवसर था यहां स्थित भक्तिधाम में अन्नकूट महोत्सव के आयोजन का। यहां विराजित आराध्यों के सन्मुख नाना प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। महाआरती में भक्तों ने स्तुतिगान से भक्तिधाम को गुंजा दिया।
प्रताप गौरव केन्द्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि भक्तिधाम में मेवाड़ के प्रमुख नौ आराध्य देवताओं के मंदिर स्थित हैं। इनमें गजाननजी, श्रीनाथजी, चारभुजा जी, द्वारकाधीश जी, एकलिंग जी, सांवलिया जी, चामुण्डा माताजी, केसरिया नाथ (ऋषभदेवजी) और राम दरबार की दिव्य मूर्तियां शामिल हैं। इन सभी के प्रति भक्तों की अगाध श्रद्धा और प्रेम हर ओर दृष्टिगोचर हो रहा था। इस पवित्र अवसर पर मंदिरों में भव्य सजावट की गई थी।
पुजारी पं. लक्ष्मणानंद ने अभिजीत मुहूर्त में महाआरती का अनुष्ठान किया, जिसमें भक्तों ने भी माटी के दीये लेकर आरती की। महाआरती के समय गूंजती मंत्रोच्चार व व वाद्य यंत्रों की ध्वनि ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। भक्तमंडली ने भजन-कीर्तन भी किये।
इस विशेष अवसर पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के उपाध्यक्ष मदन मोहन टांक, सुभाष भार्गव, सदस्य प्रो. मदन सिंह राठौड़, साधारण सभा सदस्य डॉ. देवेन्द्र सरीन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक हेमेन्द्र श्रीमाली, समाजसेवी दीपक गोधा, शंकर लोढ़ा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे और उन्होंने भी आरती का लाभ लिया। साथ ही, उदयपुर के विभिन्न मीडिया संस्थानों से वरिष्ठ पत्रकार भी परिवार सहित उपस्थित थे। उन्होंने भी महाआरती में भाग लिया। अंत में सभी को अन्नकूट का महाप्रसाद वितरित किया गया।