नई दिल्ली.प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन सभी महानुभावों को याद किया जिन्होंने आपातकाल के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की।
आपातकाल की वर्षगांठ पर ट्वीट की एक श्रृंखला में, प्रधानमंत्री ने कहा,“आपातकाल के उन बुरे दिनों को कभी नहीं भुलाया जा सकता। 1975 से 1977 की समयावधि संस्थानों के सुनियोजित तरीके से विनाश की साक्षी रही है।”
आइए हम भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करें और हमारे संविधान में निहित मूल्यों पर खरा उतरनें का संकल्प लें।
इस तरह से कांग्रेस ने हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार का दमन किया। हम उन सभी महानुभावों को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध करते हुए भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की।
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