फतहनगर। यहां चल रहा नानीबाई का मायरा गुरूवार को शोभायात्रा,कथा एवं भंडारे के साथ ही सम्पन्न हो गया। पहले दो दिनों में भी खासी भीड़ रही लेकिन आज अंतिम दिन तो जन सैलाब ही उमड़ पड़ा। ठाकुरजी द्वारा नरसी मेहता का मायरा भरे जाने के साथ ही कथा का मार्मिक समापन सभी को भाव विभोर कर गया।
सुबह मायरा द्वारिकाधीश मंदिर से गाजे बाजे के साथ रवाना हुआ। मायरे में शामिल भक्तों ने नाना रूप धरे जो कि लोगों के लिए खास आकर्षण का केन्द्र रहा। गाड़ियों में भरा मायरा नगर में शोभायात्रा के रूप में निकाला गया। मायरे के भ्रमण कार्यक्रम में लोग बैंडबाजों पर नाचते गाते चल रहे थे। मायरा नगर भ्रमण के बाद कथा स्थल पहुंचा जहां मायरे में शामिल भक्तों ने भी कथा श्रवण का लाभ लेने के साथ ही अंतिम पड़ाव पर मायरे का कथा कार्यक्रम में भव्य प्रवेश करवाया। हजारों की तादाद में उपस्थित लोगों ने ठाकुरजी के वेवाण के साथ मायरे को अपलक निहारा। मायरा भरे जाने के दौरान जया किशोरी के भजनों की प्रस्तुतियों पर लोग खूब थिरके। मायरे की रस्म के दौरान कथा कर रही जया किशोरी को साड़ी ओढ़ा कर रस्म अदायगी की गयी।
कथा कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत,राज्यमंत्री जगदीशराज श्रीमाली,मावली प्रधान पुष्करलाल डांगी,न्यायाधीश साक्षी शर्मा आदि भी पहुंचे जिनका आयोजकों ने स्वागत किया। कथा समापन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सभी भक्तों ने प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण किया।
फतहनगर - सनवाड