फतहनगर। शनिवार को नगर में विशाल शोभायात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा का आयोजन बागला परिवार के सौजन्य से किया जा रहा है।
16फरवरी तक दोपहर 1से 5बजे तक संत दिग्विजयराम महाराज के मुखारविंद से होने वाली इस कथा के प्रथम दिन वेवाण, कलश, पोथी एवं संतों की विशाल शोभायात्रा प्रातः10.30 बजे अखाड़ा मंदिर से प्रारम्भ होकर द्वारिकाधीश मंदिर पहुंच प्रभु वेवाण के साथ प्रताप चैराहा, स्टेडियम रोड़, हिमाड़िया बावजी होते हुए दोपहर 01 बजे कथा स्थल द्वारिकाधीश भूमि पहुँची।
कथा के प्रथम दिन सबसे पहले अयोध्या में श्री रामलला सरकार के विराजमान होने की भावपूर्ण चर्चा की गई। आगे भागवत महात्म्य,शुकदेव प्राकट्य, सनतकुमार प्रसंग, गोकर्ण कथा, धुन्धकारी प्रसंग के साथ कहा कि जन्म जन्मांतर के पुण्य जाग्रत होने पर ही भागवत महापुराण जैसी दुर्लभ कथा प्राप्त होती है। भागवत कथा जीव के चैरासी लाख योनियों की मोक्षदायिनी है। जगत में परमात्मा, चैतन्य, धर्म और हरिभजन ही सत्य है। जीवन भर संजोई काया और सुख नश्वर है। हरिकथा और हरिनाम ही परमानन्द देने और कलिकाल के प्रभाव को कम करने का एकमात्र साधन है। भगवान भाव के भूखे हैं, जहां पवित्र मन और भक्ति है वहां भगवान हैं। निन्दा और निद्रा रहित होकर कथा श्रवण करना चाहिए। सद्गुरु की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि सद्गुरु के मंत्र और राम राम का हर श्वांस में गान करना चाहिए। आज की कथा समाप्ति पर बागला परिवार द्वारा महाआरती एवं प्रसाद वितरण किया गया।