-सनवाड़ में फ्लोराइड युक्त जलापूर्ति से झड़ रहे हैं लोगों के दांत, हड्डियों में टेड़ापन
-10 करोड रुपए की जोड़ा बावजी पेयजल योजना की स्वीकृति की मांग
फतहनगर। फतहनगर और सनवाड कस्बे में पेयजल व्यवस्था में सुधार एवं 10 करोड रुपए की जोयड़ा बावजी योजना की जल्द वित्तीय स्वीकृति की मांग को लेकर मंगलवार को यहां किंग सेना प्रतिनिधि मंडल व कस्बे के प्रबुद्ध जनों ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार सम्पतसिंह भाटी को ज्ञापन सौंपा।
किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ अध्यक्ष गगनसिंह राव ने बताया कि फतहनगर व सनवाड कस्बे में वर्षों से पेयजल का भारी संकट है। सनवाड कस्बे में तो फ्लोराइड की मात्रा वाले जल की पेयजल आपूर्ति हो रही है जिससे लोगों के समय से पहले दांत झड़ रहे हैं व हड्डियों में टेड़ापन आ रहा है।
पार्षद विनोद धर्मावत, सुनील मुंदडा ने कहा कि 30 हजार की आबादी वाले फतहनगर व सनवाड़ कस्बे में 48 घंटे में जलापूर्ति हो रही है और वह भी 10 मिनट के लिए.कस्बे के कई इलाकों में तो पानी या तो पहुंच ही नहीं पा रहा है या बहुत ही कम दबाव से आ रहा है। जलदाय विभाग के अधिकारी भी अक्सर अपनी सीट पर नहीं मिलते है।
किंग सेना रणनीतिकार घनेंद्र सिंह सरोहा ने कहा कि फतहनगर-सनवाड कस्बे में पेयजल के लिए मांग 2.4 मिलियन लीटर प्रतिदिन की है जबकि आपूर्ति मात्र 1.4 मिलियन लीटर प्रतिदिन की हो रही है।
नगरवासी प्रवीण जैन ने कहा कि इस 1 मिलियन लीटर प्रतिदिन की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार के पास करीब 10 करोड रुपए लागत की जोयड़ा बावजी परियोजना लंबित है। इसकी वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर योजना का शुभारंभ किया जाए। साथ ही सनवाड कस्बे में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही समीप के खरताणा गांव से भी डीपीआर बनवाई जाए।
लोगों ने कहा कि सरकार ने 1 महीने के भीतर दोनों मांगे नहीं मानी तो फतहनगर- सनवाड़ की जनता आंदोलन के लिए मजबूर होगी। प्रतिनिधि मंडल में रजत पालीवाल, नितेश वैष्णव, अंबालाल गोराना, महेंद्र कुमावत, भुवनेश पुरी गोस्वामी आदि शामिल थे।
फतहनगर - सनवाड